सपा नेताओं की सुरक्षा वापस होने का सिलसिला जारी है। बृहस्पतिवार को कार्यवाहक मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबियों की सुरक्षा वापस होनी शुरू हो गई है।
वहीं, जिला स्तर पर उपलब्ध कराई गई सुरक्षा एसएसपी या एसपी द्वारा हटाने की बात कही जा रही है। बृहस्पतिवार को अखिलेश यादव के करीबी अरविंद सिंह गोप, अभिषेक मिश्र, बलवंत सिंह रामू वालिया, राजेंद्र चौधरी और रविदास मल्होत्रा की सुरक्षा में लगे अधिकतर लोगों को वापस बुला लिया गया है। इनके अलावा विभिन्न विभागों के सलाहकार, निगमों के चेयरमैन, आयोग के सदस्य समेत कुल 25 लोगों से सुरक्षा वापस ली गई है।
14 को जेड और 50 को मिली है वाई श्रेणी की सुरक्षा
प्रदेश में जेड प्लस श्रेणी, जेड श्रेणी और वाई श्रेणी की 72 लोगों को सुरक्षा प्रदान की गई थी। इसमें छह लोगों को केंद्र सरकार की ओर से सुरक्षा दी गई है, जबकि अन्य 66 लोगों को यूपी सरकार ने सुरक्षा मुहैया कराई है।
गृह विभाग के आंकड़ों की मानें तो प्रदेश में आठ लोगों को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली है। 14 लोगों को जेड श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध है। स्कॉर्ट समेत वाई श्रेणी की सुरक्षा 15 लोगों और बिना स्कॉर्ट के वाई श्रेणी की सुरक्षा 35 लोगों को मिली है।
इसके अतिरिक्त 60 लोगों को एक्स कैटेगरी की सुरक्षा मिली थी। एक अधिकारी की मानें तो सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार और शासन मिलकर निर्णय लेते हैं, गृह विभाग उसकी प्रक्रिया पूरी करता है और सुरक्षा मुख्यालय की जिम्मेदारी सुरक्षा उपलब्ध कराना है।
किस श्रेणी में कितने जवान
एक्स श्रेणी-कांस्टेबल रैंक के 3 पीएसओ
वाई श्रेणी-कांस्टेबल रैंक के 6 पीएसओ गनर के रूप में और घर की सुरक्षा के लिए एक हेड कांस्टेबल और चार कांस्टेबल की गारद।वाई श्रेणी (स्कोर्ट के साथ)- कांस्टेबल रैंक के 6 पीएसओ के साथ एक गाड़ी, जिसमें ड्राइवर और एक हेड कांस्टेबल और तीन सिपाही, घर की सुरक्षा के लिए एक हेड कांस्टेबल और चार कांस्टेबल की गारद।
जेड श्रेणी- सब इंस्पेक्टर रैंक के 6 पीएसओ, तीन वर्दी में ऑटोमैटिक वेपन के साथ और तीन सादे ड्रेस में छोटे वेपन के साथ, घर के आगे और पीछे दोनों ओर सुरक्षा के लिए दो हेड कांस्टेबल और आठ कांस्टेबल की गारद।
जेड प्लस श्रेणी- बुलेट प्रूफ गाड़ी, सब इंस्पेक्टर रैंक के 6 पीएसओ, तीन वर्दी में ऑटोमैटिक वेपन के साथ और तीन सादे ड्रेस में छोटे वेपन के साथ, घर के आगे और पीछे दोनों ओर सुरक्षा के लिए दो हेड कांस्टेबल और आठ कांस्टेबल की गारद।