कोरोना वायरस आज दुनिया में महामारी का कारण बना है। लंदन की एक वेबसाइट द गार्जियन के अनुसार इस वायरस को लेकर, इसकी प्रकृति, इसके संक्रमण से बचाव, उपचार तक कई तरह के दावे किए जा रहे हैं। कुछ वैज्ञानिक तर्कों के साथ तो कुछ अनुभवों पर। सोशल मीडिया में तमाम ऐसे दावे भी हैं जो भ्रामक हैं। आइए आज हम कुछ दावों के बारे में जानते हैं कि उनकी हकीकत क्या है और जान लेते हैं कि कोरोना संक्रमण से किस तरह बच सकते हैं, किसे संक्रमण का ज्यादा खतरा है? संक्रमण के बाद क्या करना चाहिए?
दावा: कुछ ही महीनों में इसका टीका तैयार हो जाएगा
हकीकत: चीनी शोधकर्ताओं द्वारा वायरस के अनुवांशिक अनुक्रम जारी करने से वैज्ञानिकों को नए कोरोना वायरस का टीका तैयार करने के काम में मदद मिली है। यह सही है कि वैज्ञानिक इस दिशा में काफी तेजी से काम कर रहे हैं। कुछ टीमों ने तो जानवरों पर इसका परीक्षण भी किया है। हालांकि बाजार में टीका उतारना अब भी एक लंबी प्रक्रिया है। वैज्ञानिक पूरी तरह संतुष्ट हो जाएं कि इसका टीका बगैर साइड इफेक्ट के हो। ऐसे में कहा जा सकता है कि अगर एक वर्ष में भी टीका तैयार हो जाए तो उसे जल्दी ही कहेंगे।