कोरोना वायरस ने मनुष्य के साथ-साथ हमारी पारंपरिक अर्थव्यवस्था और कृषि क्षेत्र को गंभीर चोट पहुंचाई है। उसने ऐसी चुनौती पेश की है जिससे पार पाना आसान नहीं है। ‘कोरोना खत्म हो गया’, इसकी घोषणा करने में शायद कई महीने या साल लग जाएं, लेकिन डर का जो माहौल बना है उसने हमारे उद्योग-व्यापार एवं बाजार को चौपट कर दिया है।
कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था वाला राज्य मध्य प्रदेश इसकी पीड़ा महसूस कर रहा है। आइआइएम इंदौर के आर्थिक विशेषज्ञों की टीम के आकलन पर गौर करें तो लॉकडाउन की अवधि के दौरान मध्य प्रदेश के कृषि, उद्योग और सेवा क्षेत्र को लगभग 77 हजार करोड़ रुपये की चपत लग चुकी है।