उत्तर प्रदेश के उन्नाव ज़िले में शराब, कवाब और हथियार का वीडियो वायरल होने के बाद योगी सरकार हरकत में आई और 21 जेलरों और 44 डिप्टी जेलरों का तबादला कर दिया. सोशल मीडिया पर दो कैदियों का ऐसा वीडियो वायरल हुआ जिसमें वो पिस्तौल लहराते हुए डायलॉग बोलने की रिहर्सल कर रहे हैं. साथ ही शेर भी सुना रहे हैं कि ज़माने में दम नहीं कि मिटा सके हमको, ज़माना खुद हमसे है ज़माने से हम नहीं…जेल में ये पार्टी करते हुए नज़र आ रहा है…सरकार कह रही है कि वे मिट्टी की पिस्तौल लहरा रहे थे लेकिन अब जेल कैदियों की जेल बदल दी गई है. गृह विभाग के सूत्रों ने बुधवार को बताया था कि उन्नाव जेल से सम्बन्धित एक वीडियो में हत्या का सजायाफ्ता अमरीश और कई मामलों में जेल में बंद गौरव प्रताप सिंह तमंचा लहराते दिखते हैं. इसके अलावा बैरक में खाने-पीने की चीजें भी दिख रही हैं. अपर पुलिस महानिदेशक (कारागार) आनन्द कुमार ने इसे गम्भीर विषय बताते हुए कहा कि मामले की जांच में पता चला है कि जेल में कुछ कर्मचारियों की मदद से जेल प्रशासन पर दबाव बनाने के लिये यह घटना अंजाम दी गयी है. उन्होंने बताया कि इस मामले में जेल के हेड वार्डर माता प्रसाद, हेमराज, जेल वार्डर अवधेश साहू और सलीम खां की मिलीभगत पायी गयी है और उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है | कुमार ने बताया कि वायरल हुआ वीडियो फरवरी माह का वीडियो है. इसमें दिख रहे बंदी अमरीश को मेरठ से जबकि गौरव को लखनऊ से उन्नाव जेल लाया गया था. इस बीच, राज्य पुलिस द्वारा जारी बयान के मुताबिक मामले की छानबीन में पता चला है कि बंदी गौरव बहुत अच्छा पेंटर है और वीडियो में जो तमंचा दिख रहा है, वह मिट्टी का बना है. इसके अलावा खाने-पीने की जो चीजें वीडियो में दिखायी दे रही हैं, वह जेल में बंदियों को नियमित रूप से दी जाने वाली सामग्री है. उसमें कोई भी चीज ऐसी नहीं है जो बाहर से आयी हो या आपत्तिजनक हो.