चुनावी दौर चला तो अयोध्या में राम मंदिर निर्माण बेला में श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर निर्माण की गर्माहट होने लगी है। मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद केंद्र की विचारधारा वाली सरकार उत्तर प्रदेश में बनाने की वकालत कर रहा है। लेकिन, संत समाज का मत उससे भिन्न है। श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास कहते हैं मंदिर निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने की जरूरत नहीं है। यह काम केंद्र सरकार को करना है।
माघ मेला क्षेत्र स्थित अपने शिविर में उन्होंने कहा कि यूपी चुनाव से हमारा कोई वास्ता नहीं है। संतों को अयोध्या में श्रीराम मंदिर चाहिए, उसके लिए केंद्र सरकार सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर पहल शुरू करे। उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री चंपत राय के उस मत को सिरे से खारिज कर दिया, कि श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए केंद्र की विचारधारा वाली सरकार को यूपी में भी बनवानी होगी। महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि राज्य सरकारें आती-जाती रहती हैं। ऐसे में मंदिर निर्माण कार्य नहीं रुकना चाहिए।
केंद्र चाहेगा तो मंदिर निर्माण आसानी से हो जाएगा। इसके मद्देनजर संत समाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मंदिर निर्माण के लिए ठोस पहल करने को प्रेरित करेगा। इसको लेकर एक प्रतिनिधिमंडल उनसे जल्द मिलेगा। मंदिर मसला सुप्रीम कोर्ट में लंबित होने की दशा में केंद्र कैसे कार्रवाई कर सकता है? इस पर उन्होंने कहा कि सरकार चाहेगी तो रास्ता निकल आएगा। रही बात कोर्ट की तो वहां सुबूत और जनभावनाओं को देखकर फैसला सुनाया जाता है। दोनों राम मंदिर के पक्ष में है। गोहत्या न रुकने पर महंत नृत्यगोपाल दास ने नाराजगी व्यक्त की, कहा कि सरकार उसे रोकने को कड़ा कानून बनाकर कार्रवाई करे।