वाल्टरगंज चीनी मिल को जाएगा यहां का गन्ना : डीएम
जिलाधिकारी अनिता श्रीवास्तव ने बताया कि प्रतापपुर चीनी मिल किसानों का गन्ना अपने वाहन से बस्ती के वाल्टरगंज चीनी मिल को भेजेगी। वाल्टरगंज भी उन्हीं की फैक्ट्री है। बिना बताए चीनी मिल बंद करने पर मिल प्रबंधक को फटकार लगाई गई है। एसडीएम और जिला गन्ना अधिकारी खुशीराम को मौके पर भेजा था। चीनी मिल से इस बात का समझौता हो गया है।
इनसेट में
382 गाड़ियां तौल के लिए खड़ी
बैतालपुर, देवरिया और भटनी गन्ना समितियों के तौल केंद्रों पर 382 गाड़ियां खड़ी हैं। सहकारी गन्ना विकास समितियों के सचिवों ने इसकी रिपोर्ट जिला गन्ना अधिकारी को भेज दी है। बुधवार को बैतालपुर गन्ना समिति के तौल केंद्र कंचनपुर पर 45, तरकुलवा 50, देवरिया गन्ना समिति के तौल केंद्र कनकपुरा ए पर 45, कनकपुरा बी 43, बजरहा 25 और सोन्हुआ रामनगर पर सात गाड़ियां खड़ी हैं। भटनी गन्ना समिति के तौल केंद्र सुंदरपुर पर 35, तिरमासाहुन 52, बघौचघाट तौल केंद्र पर 20 गाड़ियां तौल के लिए खड़ी हैं।
किसान नेताओें ने डीएम आवास घेरा, चक्का जाम आज
किसानों का गन्ना अभी खेतों में पड़ा है और प्रतापपुर चीनी मिल ने बंदी का ऐलान कर दिया। इससे भड़के किसान नेताओं और हियुवा ने डीएम आवास घेरा। चेतावनी दी है कि यदि 24 घंटे के भीतर चीनी मिल चालू नहीं हुई तो गुरुवार की सुबह 11 बजे से कंचनपुर चौराहे पर गन्ना लदेेेे ट्रकों के साथ देवरिया-कसया मार्ग जाम कर दिया जाएगा।
हियुवा जिला संयोजक, केन यूनियन प्रतिनिधि नीरज शाही ने कहा कि प्रतापपुर चीनी मिल प्रबंधतंत्र किसानों के साथ नाइंसाफी कर रहा है। किसानों का करीब दो लाख क्विंटल गन्ना अभी खेतों में खड़ी है। तौल केंद्रों पर भी गन्ना लदी गाड़ियां खड़ी हैं। किसान कड़ाके की ठंड के बावजूद खून पसीने की कमाई बेच नहीं पा रहा है। ऐसे में चीनी मिल बंद करना किसानों के साथ साजिश है। जिला प्रशासन यदि चीनी मिल चालू नहीं कराता है, चीनी मिल मालिक और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता है तो सड़क जाम किया जाएगा। इस मौके पर बैतालपुर चेयरमैन अनिल मणि, अवधेश सिंह, मारकंडेय तिवारी, अवधेश मणि, सुनील भारतीय, हियुवा जिलाध्यक्ष मुन्ना राय, नीरज श्रीवास्तव, विजय पंडित, ओमप्रकाश मिश्र, गुड्डू पहलवान, महबूब खां, अनिल त्रिपाठी, सदावृक्ष प्रसाद, जयकिशुन भगत, सुवाष, राजू प्रसाद, नथुनी यादव समेत तमाम किसान मौजूद रहे।