बिहार में भाकपा-माले ने किसान आंदोलन के समर्थन में 25 जनवरी को राज्यभर में मानव शृंखला बनाने की अपील महागठबंधन में शामिल दलों से की है। पार्टी के राज्य सचिव कुणाल ने इसके लिए महागठबंधन की पार्टियों कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, सीपीआई और सीपीआईएम को पत्र भी लिखा है। साथ ही, कहा है कि सहमति बन गई तो महागठबंधन की बैठक बुलाकर कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा।
पार्टी राज्य सचिव के हस्ताक्षर वाले पत्र को लेकर पार्टी नेता राजाराम व कुमार परवेज शनिवार को महागठबंधन की पार्टियों के कार्यालयों में गये और उसपर चर्चा की। कुमार परवेज ने बताया कि राजद कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष तनवीर हसन, सीपीआई के राज्य सचिव कॉ. रामनरेश पांडेय और सीपीआईएम के वरिष्ठ नेता गणेश शंकर सिंह को पत्र सौंपकर मामले की पूरी जानकारी दी गई।
माले प्रतिनिधिमंडल ने कांग्रेस दफ्तर जाकर नेताओं की अनुपस्थिति में कार्यालय सचिव को पत्र सौंपा। पत्र में माले ने कहा है किसान आंदोलन अब देशव्यापी स्वरूप ग्रहण कर चुका है। दिल्ली के बॉर्डर पर कड़ाके की ठंड के बावजूद किसानों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अब तक कई दर्जन किसानों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन मोदी सरकार अपने अड़ियल रवैये पर कायम है। उनकी मांगों पर ईमानदारीपूर्वक विचार करने की बजाए वार्ता का दिखावा कर रही है और आंदोलन को बदनाम करने और उसमें फूट डालने की ही कोशिशें कर रही है।