– रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है काढ़ा
लखनऊ, 16 मई। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी सिस्टम) का मजबूत होना बहुत जरूरी है। इसके लिए हमें अपने खान-पान का विशेष ख्याल रखना होगा। रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा काढ़ा (क्वाथ) पीने की सलाह दी जा रही है । इसके अलावा आयुर्वेदाचार्यों की मानें तो गिलोय का सेवन करके भी हम अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत कर सकते हैं। आयुष मंत्रालय द्वारा भी काढ़ा पीने की सलाह दी गयी है ।
लखनऊ के राजकीय आयुर्वेद संस्थान व अस्पताल के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मंदीप जायसवाल का कहना है कि काढ़ा, पूरी तरह से देशी है । कोरोना वायरस के संक्रमण काल के अलावा भी इसके सेवन से फायदा होता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और सर्दी, खांसी जुकाम से बचाने में कारगर होता है। बुखार के कारण होने वाली शरीर की जकड़न इससे ठीक होती है। वहीं कोरोना से बचाव में यह काढ़ा अहम भूमिका निभा रहा है। वह बताते हैं कि भारतीय चिकित्सा पद्धति विश्व की सबसे प्राचीन पद्धति है । आयुर्वेद ने पूरी दुनिया को चिकित्सा का ज्ञान दिया है । एनर्जी के लिए जो परिवार सॉफ्ट ड्रिंक को वरीयता देते थे आज उन परिवारों सहित युवा पीढ़ी भी आयुर्वेदिक काढ़े को पीना बेहतर समझ रही है।
काढ़ा बनाने की विधि —डॉ. जायसवाल का कहना है कि काढ़ा बनाने के लिए साफ पानी, तुलसी की पत्ती, लौंग, काली मिर्च, छोटी इलायची, अदरक, गुड़ और चायपत्ती की जरूरत होती है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले पानी गर्म होने के लिए रख दें। जब पानी उबलने लगे तब उसमें पीसी हुई लौंग, काली मिर्च, इलायची, अदरक और स्वादानुसार गुड़ ड़ाल दें। थोड़ी देर बाद तुलसी की पत्तियां इसमें डाल दें। उसके बाद चायपत्ती। जब पानी आधा रह जाए तो गैस बंद कर दीजिए। पानी को छान लें। इसे गर्म पीना ही फायदेमंद होता है।
आयुष मंत्रालय के सुझाव —
शरीर के इम्यून सिस्टम को दुरूस्त रखने के लिए गुनगुना पानी और आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नींबू आदि का जूस पीना चाहिए। इसके अलावा पानी में तुलसी के रस की कुछ बूंदें डालकर अथवा गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पी सकते हैं। तुलसी की 5 पत्तियां, 4 काली मिर्च, 3 लौंग, एक चम्मच अदरक का रस शहद के साथ ले सकते हैं। तुलसी की 10-15 पत्तियां, 5-7 काली मिर्च, थोड़ी दालचीनी और अदरक की चाय भी पी सकते हैं।