वाराणसी में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर और अन्नपूर्णा मंदिर के बाद संकटमोचन मंदिर में भी कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है। संकटमोचन में दर्शन के लिए तीन दिन पहले की आरटीपीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य है।
इससे पहले वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बढ़ते कोरोना संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए जन सामान्य से अपील की कि वाराणसी आने से फिलहाल बचें। यदि कोई जरूरी कार्य न हो तो आसपास के जनपदों से लोग वाराणसी न आएं और अपने घरों पर ही रहें।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं अन्नपूर्णा मंदिर में भी दर्शनार्थ आने वाले भक्तों का 3 दिन पूर्व का कोरोना का आरटी पीसीआर टेस्ट नेगेटिव होना चाहिए। अन्यथा उन्हें मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कमिश्नर ने वाराणसी में कोरोना मरीजों की संख्या में तेज बढ़ोतरी पर चिंता व्यक्त करते हुए कोविड प्रोटोकॉल का हर हालत में पालन सुनिश्चित कराए जाने पर जोर दिया हैं।
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि चेहरे पर मास्क लगाए बगैर कतई घर के बाहर न निकले और 2 गज की दूरी यानी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हर हालत में सुनिश्चित करें। कोरोना से बचाव का यह बहुत बड़ा माध्यम है।
डीएम ने रात्रि में लगाए गए कोरोना कर्फ़्यू का कड़ाई से पालन किए जाने की भी लोगों से अपील की है। उन्होंने नवरात्रि एवं रमजान के महीने में धार्मिक कार्य के दौरान भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन हर हालत में अवश्य किए जाने की अपील की। डीएम ने जन सामान्य से अपील करते हुए कहा कि वे अपना स्क्रीनिंग स्वयं करते रहें और सर्दी, जुखाम, बुखार, गले में खराश व सांस लेने में आने वाली दिक्कतें जैसी कोरोना के सिम्टम्स यदि दिखे तो तत्काल जांच कराएं और चिकित्सक के संपर्क में हो जाए। ताकि समयानुसार इलाज संभव हो सके। इसमें किसी भी प्रकार की असावधानी न बरती जाए।