उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में 22 जून को राष्ट्रपति का संभावित कार्यक्रम फिलहाल टल गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के न आने की जानकारी के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है। जिला अधकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने दिल्ली में राष्ट्रपति भवन पहुंच कर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सामने जनपद और उनके पैतृक गांव परौंख के विकास की कार्ययोजना रखी।
करीब ढाई घंटे तक राष्ट्रपति ने बिंदुवार चीजों को समझने के साथ वहां की भौगोलिक स्थिति के अनुसार, विकास को लेकर कुछ सुझाव दिए हैं। इसी के साथ राष्ट्रपति ने जल्द ही गृह जनपद पहुंचने की बात भी कही है।
दिन रात तैयारी में जुटा था जिला प्रशासन
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संभावित कार्यक्रम को देखते हुए कानपुर देहात जिला प्रशासन राष्ट्रपति के पैतृक गांव परौंख में अधिकारियों का जमावड़ा लग गया था और रात दिन अधिकारी गांव में चौपाल लगाकर गांव के सुंदरीकरण की ओर विशेष ध्यान दे रहे थे।
सुधारने में लगे थे व्यवस्थाएं
जिला प्रशासन व्य वस्थाओं को दुरस्त करने में लगा हुआ था। क्या सड़क, क्या खड़ंजा, हर अधूरे काम को पूरा करने का प्रयास चल रहा था। गांव में चौपाल लगाकर गांव वालों की समस्याओं को सुन उनका निराकरण किया जा रहा था।
इसी बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के न आने की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली लेकिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कानपुर देहात के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह को राष्ट्रपति भवन बुलाकर उनसे लगभग ढाई घंटे तक अपने पैतृक गांव के विकास कार्यों की जानकारी ली है।
अभी तय नहीं है कार्यक्रम
कानपुर देहात के जिलाधकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यक्रम फिलहाल तय नहीं हो सका है। लेकिन मुलाकात के दौरान उन्होंने विकास कार्यों की जानकारी ली है और भविष्य में आने की संभावना भी जताई है।