कानपुर के सबसे बड़े हॉस्पिटल लाल लाजपत राय (हैलट) में मौतों का ऑडिट जारी है। इस बीच कोरोना की दूसरी लहर में अप्रैल-मई माह में 254 मृतकों की ऐसी नई लिस्ट दैनिक भास्कर के पास है, जिनका इलाज हैलट अस्पताल में हुआ। उनकी मौत भी अस्पताल में हुई। लेकिन अस्पताल की फाइलों में वे गुम हैं। खास बात है कि बीते साल अगस्त और इस साल जनवरी से लेकर मार्च तक हुई 7 मरीजों की मौत भी पोर्टल पर अपलोड नहीं है।
16 दिन पहले 31 मई को दैनिक भास्कर ने 160 मौतों के छुपाने का मामला उजागर किया था। 261 नई सूची आने के बाद अब मृतकों की संख्या 421 पहुंच गई है। जिनका डेटा पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया है।
हैलट अस्पताल की वाइस प्रिंसपल डॉ. ऋचा गिरी ने बताया कि उन्हें इस संबंध में कई जानकारी नहीं है। संभव है कि किसी तकनीकी खामी के चलते मौतों की संख्या पोर्टल पर अपलोड न हो पाई हों। बीते दिनों डॉ. ऋचा ने दावा किया था कि कोरोना की दूसरी लहर में अप्रैल और मई माह में 500 मरीजों की मौतें हुई हैं। कई मरीजों की मौत का आंकड़ा पोर्टल पर अपडेट होना बाकी है
लेकिन अब तक हैलट में कुल कितने मरीजों की मौत हुई है? यह बात अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाई है। हैलट प्रशासन के रजिस्टर में आने वाले मरीज और डिस्चार्ज होने वाले मरीजों का रिकॉर्ड तो है, लेकिन कितने मरीजों की मौत हुई? इसकी जानकारी हैलट अस्पताल प्रशासन नहीं दे रहा है।
अब 261 नई मौतों का होगा ऑडिट
हैलट में अभी 160 मौतों को पोर्टल में अभी अपडेट करने का काम चल ही रह था कि अचानक 261 नई और मौतें सामने आ गई हैं। अब हैलट प्रशासन को कुल 421 पुरानी मौतों को नए सिरे से पोर्टल में अपडेट करना होगा।
नई लिस्ट में कब-कब मौतें छुपाई
जून 2021 | 04 |
मई 2021 | 110 |
अप्रैल 2021 | 144 |
जनवरी 2021 | 02 |
अगस्त 2021 | 01 |
मृतकों के सर्टिफिकेट मिलने में आ रही समस्या
मरीजों की मौत पोर्टल में दर्ज नहीं किए जाने से परिजनों को डेथ सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहे हैं। जबकि कुछ ऐसे भी है, जिनके अपने हैलट में इलाज के दौरान नहीं रहे। उनको कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट तक नहीं मिली है।
मरीज का नाम, किस डॉक्टर ने किया इलाज, यह सबकुछ लिखा
दैनिक भास्कर के 261 मृतकों की सूची मौजूद है। जिसमें मरीजों के नाम, उनकी मौत की तारीख और इलाज करने वाले डॉक्टर के नाम दिए गए हैं। GSVM प्रशासन को इन मौतों को अपडेट करने के लिए कहा गया है। कोरोना कॉल में हुई मौत के तांडव को शहर भूलने की कोशिश में लगा है। लेकिन हैलट में हुई मौतों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। हैलट में कोरोना मरीजों की संख्या लगभग नहीं के बराबर है। लेकिन हैलट में मौतों की संख्या हर रोज ऑडिट करने के चक्कर में बढ़ी हुई दिखाई जाती है। अब ऐसे में 261 नई सूची को पोर्टल में एडजस्ट करने में हैलट प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।
खामियों को छुपाने में लगा है हैलट प्रशासन
हैलट के प्राचार्य ने बताया कि कुछ मौतों दर्ज नहीं हो पाई थी। जिनको पोर्टल पर अपडेट करने का कार्य चल रहा है। 261 मौतों की दूसरी सूची पर उन्होंने कहा कि वह अवकाश पर हैं। इस मामले को वापस आ कर देखेगे।