कांवड़ यात्रा रद होने के बावजूद 14 कांवड़ियों के हरिद्वार पहुंचने से सीमा पर की गई सख्ती पर सवाल खड़े होने लगे है। पीएसी और थाने कोतवाली की स्थानीय फोर्स लगाने के बावजूद कांवड़िए हरिद्वार पहुंच गए। पुलिस जांच में सामने आया है कि कांवड़िए भेष बदलकर हरिद्वार पहुंचे थे। यहां हरिद्वार पहुंचने के बाद हरकी पैड़ी पर उन्होंने कांवड़ियों के कपड़े पहन लिए थे। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। हरिद्वार में कांवड़ यात्रा पर रोक लगाई गई थी। कांवड़ियों के लिए सीमाओं को भी सील किया गया था।
बाकायदा इसके लिए जिले की सीमाओं पर 900 से अधिक पुलिसकर्मियों के अलावा पीएसी भी लगाई गई है। उनके बावजूद पुलिस को गच्चा देकर जल लेने कांवड़िए हरिद्वार आ रहे हैं। हरिद्वार में पकड़े जाने के बाद कांवड़िए बृजमोहन यादव, सूरज कुमार, अंशुल सिंह, विकास पांडे, भानु सिंह ने पुलिस को बताया कि उन्होंने हरिद्वार पहुंचने के बाद अपने कपड़े बदले थे। यहां दुकानदार से कांवड़िए वाले कपड़े लिए और पहने। इसके बाद लोगों ने पुलिस को शिकायत कर दी और पुलिस ने सभी को पकड़ लिया। कांवड़ियों ने बताया कि उन्हें हरिद्वार में कांवड़ मेले न होने की जानकारी नहीं थी।
उन्होंने कहा कि उनके गांव में कुछ दिन पहले ही यह तय किया गया था कि हरिद्वार जल लेने आना है। कांवड़िए छोटे ट्रक से हरिद्वार पहुंचे थे। ट्रक कांवड़ियों का पार्किंग में ही खड़ा है। पुलिस ने सभी को 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया है। नारसन की सीमा पार कर कांवड़िए हरिद्वार पहुंचे थे। सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर कांवड़ियों के कैसे सीमा को इतनी आसानी से पार कर लिया। उधर एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस का कहना है कि हरिद्वार आने वाले कांवड़ियों पर नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी।
सादे कपड़ों में आसानी से आ रहे शिवभक्त:हरिद्वार में गंगाजल भरने के लिए शिवभक्त सादे कपड़ों में हरिद्वार आ रहे हैं। पुलिस कांवड़ियों के कपड़ों में दिख रहे लोगों पर ही कार्रवाई कर रही है। जबकि कई लोग रविवार को हरिद्वार से गंगाजल लेकर गाड़ियों से निकले।
कांवड़ का सामान बेचने को किया था मना:पुलिस की ओर से दुकानदारों को पहले ही कांवड़ मेले से संबंधी सामान न बेचने की अपील की गई है। लेकिन उनके बावजूद दुकानों में सामान बेचा जा रहा है। दोनों दुकानदार बाहर से आकर काम कर रहे थे। कांवड़ बाजार भी पुलिस की ओर से नहीं लगने दिया है।
सख्ती: हरिद्वार की सीमाओं से 470 वाहन लौटाए
जिले की सीमाओं से पुलिस ने 470 वाहनों को वापस भेजा। श्मयामपुर और नारसन के साथ ही भगवानपुर से वाहनों को लौटाया गया। चिड़ियापुर से 60 वाहन, लाडपुर से 40, नारसन से 70 वाहनों को वापस लौटाया गया। सहारनपुर-झबरेड़ा मार्ग पर गांव बीरपुर के पास और लखनौता देवबंद मार्ग पर गांव गोकलपुर से कांवड़ के चलते पुलिस अधिकारियों ने वाहनों को वापस लौटाया। यूपी और उत्तराखंड सरकार के कांवड़ यात्रा स्थगित होने पर दोनों प्रदेशों की सीमा पर पुलिस ने चौकसी बढ़ा दी है।
यूपी की ओर से आने वाले वाहनों को गोकलपुर और बीरपुर मुख्य मार्गों पर बनी पुलिस चौकी पर रोककर कड़ी पूछताछ की जा रही है।
हरिद्वार कांवड़ लेने आने वालों को सीमा से ही पुलिस वापस भेज रही है। पुलिस उपाधीक्षक पंकज गैरोला ने बताया कि गोकलपुर सीमा से चालीस वाहनों को वापस लौटाया गया है। बीरपुर सीमा से तीन दर्जन वाहनों को लौटाया गया है। इस अवसर पर थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार, मोहित आदि उपस्थित रहे।
हरियाणा की ज्यादा गाड़ियां: सावन मेले में आने वाली भीड़ 37 फीसदी हरियाणा से ही आती है। रविवार को हरिद्वार की पार्किंगों में हरियाणा से आये वाहन सबसे अधिक दिखाई दिए।
चिड़ियापुर और लाहडपुर में चेकिंग की: कांवड़ मेले के अंतर्गत चिड़ियापुर और लाहडपुर पर पुलिस ने चेकिंग की। पुलिस अधिकारियों ने पुलिस फोर्स को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। उत्तर प्रदेश एवं अन्य राज्यों से आने वाले लोगों को बिना आरटीपीसीआर रिपोर्ट तथा बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के वापस भेजा गया।
भगवानपुर से 300 वाहनों को पुलिस ने लौटाया
भगवानपुर। बिना आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट राज्य की सीमा में प्रवेश कर रहे लोगों के 300 वाहनों को भगवानपुर पुलिस ने वापस लौटाया है। कांवड मेला स्थगित होने के बाद बार्डर चेक पोस्ट पर पुलिस सख्ती से चेकिंग कर रही है। अभियान के दौरान लोग पुलिस से भी उलझ रहे हैं।
भगवानपुर क्षेत्र की मंडावर चेक पोस्ट, काली नदी चेकपोस्ट व तेज्जुपुर चेक पोस्ट उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे हुए हैं। जिन पर रोज हजारों की संख्या में लोगों का आना जाना होता है।
कांवड़ मेला स्थगित होने के बावजूद भी लोग बिना आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट के राज्य में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस के रोकने पर लोग विरोध भी कर रहे हैं। रविवार को चेक पोस्ट पर भारी पुलिस बल लगाकर को चेकिंग अभियान चलाकर अन्य राज्यों से आने वाले लोगों के वाहन भी चेक किए गए। जिसमें आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट दिखाने पर राज्य में प्रवेश करने दिया जा रहा है। भगवानपुर थाना प्रभारी पीडी भट्ट ने बताया कि ने बताया कि लोगों को जागरूक किया जा रहा है।