बाजार में खुला बेसन 65 रुपये और ब्रांडेड 95 रुपये किलो आ रहा है। चना 58 रुपये किलो की दर से बाजार में बिक रहा है। बाजार में बिक रहे बेसन में भी मिलावट हो सकती है क्योंकि 56 रुपये का चना और पांच रुपये प्रति किलो पिसाई। ऐसे में तकरीबन 61 रुपये कुल लागत आती है। अब बेसन इसकी तुलना में कम कीमत पर क्यों बिक रहा है। यह सवाल खड़ा करता है…बिक रहा बेसन कहीं मिलावटी तो नहीं।
बेसन का नकली पीलापन
चूंकि चना महंगा है लिहाजा साधारण आटे और सफेद पाउडर में मैटानिल पीला रंग मिला कर धड़ल्ले से नकली बेसन तैयार किया जा रहा है। यह नकली बेसन असली चने के बेसन के मुकाबले ज्यादा पीला और खूबसूरत भी नजर आता है।
ऐसे पहचाने बेसन की शुद्धता
मैटानिल रंग वाला बेसन किडनियों और लिवर को खासा नुकसान पहुंचाता है। इससे लोगों का हाजमा भी बिगड़ जाता है। नकली बेसन की पहचान भी आसान है। इसके लिए कांच के गिलास में जरा सा बेसन लें और उस में थोड़ा सा पानी डालें। फिर उसमें हाइड्रोक्लोरिक ऐसिड (एचसीएल) की 4-5 बूंदें डालें। ऐसिड डालते ही जामुनी रंग नजर आएगा, जो इस बात का गवाह होगा कि बेसन नकली है।