लखनऊ । यूपीपीसीएल में भ्रष्टाचार को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने उनकी नियुक्ति से जुड़ी फाइल तलब की थी। बताया जा रहा है कि एक्शन की आशंका के चलते एपी मिश्रा ने इस्तीफा दिया है।
बता दें कि सपा सरकार में मुख्यमंत्री अखिलेश से नजदीकियों के दम पर नियम के विपरीत एपी मिश्रा को रिटायर होने के बाद भी एक नहीं तीन बार सेवा विस्तार दिया गया। अपने खिलाफ एक्शन की आशंका पर एपी मिश्रा ने गुरुवार शाम इस्तीफा दे दिया।
यूपी में बिजली व्यवस्था चौपट है। सरकार बनते ही योगी आदित्यनाथ ने यूपीपीसीएल पर गौर किया। विभाग में भ्रष्टाचार और एमडी की नियुक्ति में संदेह पर उन्होंने एमडी एपी मिश्रा की फाइल मंगाई थी। इससे पहले कि किसी तरह का एक्शन लिया जाता खुद ही एपी मिश्रा ने पद से हटने की पेशकश कर दी।
सूत्रों से ज्ञात जानकारी के अनुसार एपी मिश्रा के कई जेई लेसा सम्पर्क में थे उनकी भी लखनऊ में तैनाती और मिले चार्ज की जांच होगी । नियम यह है कि कोई भी जेई एक शहर में सात साल से अधिक समय तक तैनात नही रह सकता है ।