बीते कुछ दिनों से अडानी समूह के मुखिया गौतम अडानी के साथ सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। हाल ही में गौतम अडानी ने एशिया के दूसरे सबसे अमीर अरबपति के ताज को गंवा दिया है। वहीं, स्टॉक मार्केट में निवेशक अडानी समूह की कंपनियों से शेयर बेचकर निकल रहे हैं। इस वजह से भारतीय शेयर बाजार में अडानी समूह को बड़ा नुकसान हुआ है।
क्या है मामला: दरअसल, केंद्र सरकार ने सोमवार को लोकसभा में बताया है कि नियमों के उल्लंघन को लेकर बाजार नियामक सेबी और राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) अडानी समूह की कुछ कंपनियों की जांच कर रहे हैं। हालांकि, ये नहीं बताया गया है कि किन कंपनियों की जांच हो रही है लेकिन इस खबर के बाद अडानी समूह के निवेशकों के बीच डर का माहौल है। यही वजह है कि सोमवार के बाद मंगलवार को भी अडानी समूह की कंपनियों के शेयर धड़ाम हो गए।
आपको यहां बता दें कि भारतीय शेयर बाजार में 6 कंपनियां लिस्टेड हैं। मंगलवार को इन 6 कंपनियों में से तीन के शेयर में लोअर सर्किट लग गया। ये तीन शेयर- अडानी पावर, अडानी ट्रांसमिशन, अडानी टोटल गैस हैं। मतलब ये हुआ कि दिन के कारोबार के दौरान अब इन कंपनियों के निवेशक शेयर नहीं बेच सकेंगे। लोअर सर्किट इसलिए लगाया जाता है कि एक सीमा के बाद कंपनी में बिकवाली ना हो। ये तब लगाया जाता है जब निवेशक लगातार शेयर बेचने लगते हैं। आसान भाषा में समझें तो शेयर की बिकवाली रोकने के लिए लोअर सर्किट लगता है। इसके अलावा अडानी समूह की अन्य तीन कंपनियां- अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी पोर्ट के शेयर भी 2 से 4 फीसदी तक नीचे आ गए हैं।
किस कंपनी का क्या शेयर भाव
अडानी पावर : 97.20 रुपए (लोअर सर्किट)
अडानी ट्रांसमिशन: 920.55 रुपए (लोअर सर्किट)
अडानी टोटल गैस: 813.60 रुपए (लोअर सर्किट)
अडानी ग्रीन एनर्जी: 930 रुपए
अडानी एंटरप्राइजेज: 1350 रुपए
अडानी पोर्ट: 663 रुपए
जांच क्या हो रही है: वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने सदन को बताया कि मॉरीशस के उन तीन फंड के खातों को 2016 में फ्रीज कर दिया गया था जिन्होंने अपना ज्यादातर पैसा अडानी समूह की कंपनियों में निवेश कर रखा है। उन्होंने कोई ब्यौरा दिए बिना कहा कि सेबी के प्रावधानों की अनुपालना के संदर्भ में अडानी समूह की कुछ कंपनियों की जांच की जा रही है। मंत्री ने यह भी बताया कि डीआरआर भी इस समूह से जुड़ी कुछ इकाइयों की जांच कर रही है।