नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार विधानसभा चुनाव में सभी उम्मीदवारों और जिलाध्यक्षों से हार के कारणों की लिखित रिपोर्ट मांगी है। तेजस्वी ने कहा कि अब पहले वाली बात नहीं है। भितरघात करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। सोमवार को राजद कार्यालय में हुई समीक्षा बैठक के दौरान तेजस्वी ने ये बातें कहीं।
नेता प्रतिपक्ष ने आह्वान किया कि तैयार रहें, वर्ष 2021 में मध्यावधि चुनाव कभी भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि जनता ने महागठबंधन के पक्ष में फैसला दिया, लेकिन एनडीए ने जोड़तोड़ से सरकार बना ली। कहा कि मकर संक्रांति के बाद वे राज्यभर में धन्यवाद यात्रा पर निकलेंगे।
तेजस्वी ने कहा विपरीत परिस्थितियों के बाद भी राजद सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। सभी वर्गों का वोट पार्टी को मिला। चुनाव परिणाम और बेहतर होता अगर कुछ लोग भितरघात नहीं करते। पार्टी में रहते हुए महागठबंधन उम्मीदवारों के खिलाफ काम किया गया। राजद के हिस्से 144 सीटें आई थीं तो हम इतने पर ही प्रत्याशी उतार सकते थे। सभी को टिकट देना संभव नहीं था। कहा जिन लोगों ने गड़बड़ी की है उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
उन्होंने चुनाव जीतने और हारने वालों से अपील की कि वे लगातार सक्रिय रहें। लोगों से संपर्क बनाए रखें। जो हालात हैं, उसमें 2021 में फिर विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। कहा कि जो लोग चुनाव लड़ेंगे, उन्हें पदाधिकारी नहीं बनाया जाएगा। सभी उम्मीदवारों और जिलाध्यक्षों से हार-जीत के कारणों की लिखित रिपोर्ट देने को कहा गया है। राज्य स्तरीय कमेटी बनेगी, जो समीक्षा करेगी। पार्टी 23 को चौधरी चरण सिंह जयंती पर जिला मुख्यालयों पर किसान गोष्ठी करेगी।
सिद्दिकी बोले, गड़बड़ी हुई
राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दिकी बोले कि पार्टी द्वारा जिला और प्रखंड अध्यक्ष और सभी को चुनाव के संबंध में पहले ही निर्देश दे दिया गया था। इसके बाद भी बूथों पर एजेंट मुस्तैद नहीं हो पाए। आरोप लगाया कि मॉक पोल के नाम पर हर बूथ पर वोटों की हेराफेरी हुई। उन्होंने 10 हजार तक वोटों की गड़बड़ी का आरोप लगाया।