कोरोना संक्रमण के बढ़ने के कारण एक बार फिर से उज्जैन जिले में लोगों को मास्क पहनकर निकलना अनिवार्य कर दिया गया है। मास्क नहीं पहनने वालों को 200 रुपये जुर्माना भरने के साथ ही अस्थायी जेल की हवा भी खाना पड़ सकती है। इसके अलावा शारीरिक दूरी का पालन करना भी जरूरी होगा। रविवार से ही टीम बाजारों में उतरेगी। सोमवार से मास्क नहीं पहनने वालों को अस्थायी जेल भेजना शुरू कर दिया जाएगा। रविवार से जिले में मास्क नहीं पहनने वाले लोगों परं कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। अलग-अलग क्षेत्रों में बगैर मास्क पहने लोगों पर कार्रवाई करने के लिए टीम बाजारों में रहेगी। मास्क नहीं पहनने व नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ 200 रुपये स्पाट फाइन किया जाएगा। जबकि सोमवार से कार्रवाई सख्त करते हुए मास्क नहीं पहनने वाले लोगों को अस्थायी जेल भेजा जाएगा।
शारीरिक दूरी रखना भी जरूरी
उल्लेखनीय है कि पिछले एक सप्ताह से उज्जैन जिले से कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि अन्य जिलों के मुकाबले पाजिटिव मरीजों की संख्या अभी भी कम है। लेकिन जिला प्रशासन किसी भी प्रकार का जोखिम उठाने को तैयार नहीं है। यही कारण है कि रविवार से एक बार फिर से शहर में शारीरिक दूरी रखने के साथ-साथ मास्क का उपयोग करने का पाठ पढ़ाया जाएगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।
लक्षण दिखाई पड़ने पर करवाएं जांच
कलेक्टर आशीष सिंह ने लोगों से कहा है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए लगातार सैनिटाइजर का उपयोग करें, मास्क पहनें तथा परस्पर 2 गज की दूरी भी बनाए रखें। उन्होंने कहा है कि कोरोना के लक्षण आने पर निकट के शासकीय अस्पताल में जाकर अपनी जांच भी करवाएं। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई से बचने के लिए नियमों का सख्ती से पालन करें।
रोजाना बढ़ रहे कोरोना के मरीज
गौरतलब है कि कोरोना से बचाव के लिए 60 से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। टीकाकरण शुरू होते ही शहर में कोरोना संक्रमण को लेकर कहीं भी गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा था। सरकारी, निजी या फिर धार्मिक आयोजनों में भी मास्क और शारीरिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा था। यही कारण है कि रोजाना 15 से 20 मरीज मिल रहे हैं। शुक्रवार को भी जिले में 20 मरीज मिले थे।