चंडीगढ़ : पांच राज्यों में हाल के विधानसभा चुनावों के बाद कई विपक्षी दलों ने ईवीएम की निष्पक्षता पर सवाल उठाए जाने के बाद मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने शनिवार को कहा कि निर्वाचन आयोग यह समझाने और आश्वस्त करने के लिए सभी राजनीतिक दलों की जल्द एक बैठक बुला सकता है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. इस बारे में मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने कहा कि हम राजनीतिक दलों को यह बताने के लिए जल्द ही उनकी एक बैठक बुला सकते हैं, कि हमारे EVM के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती और वे हमारे प्रशासनिक व तकनीकी सुरक्षा प्रणाली के अनुसार सुरक्षित हैं.
निर्वाचन आयोग अधिक पारदर्शिता और निर्वाचन प्रक्रिया में मतदाताओं का भरोसा बहाल करने के लिए EVM के साथ वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रैल (वीवीपीएटी) इकाइयां लगाने का विचार कर रहा है. बता दें कि वीवीपीएटी से एक स्लिप निकलती है, जिससे पार्टी और उम्मीदवार इस बात की पुष्टि कर सकते हैं कि किसी व्यक्ति ने उन्हें वोट दिया, यह स्लिप भविष्य के संदर्भ के लिए ईडीसी के रिकॉर्ड में रखी जाती है.
गौरतलब है कि पांच राज्यों में हाल के विधानसभा चुनावों के बाद कई विपक्षी दलों ने ईवीएम की निष्पक्षता पर सवाल उठाए थे. इस विषय पर निर्वाचन आयोग भी वोटिंग मशीनों के बारे में सभी संदेह मिटाने के लिए सभी घटकों को खुली चुनौती देने की योजना बना रहा है कि वे ईवीएम को हैक करके दिखाएं. ताकि हमेशा के लिए संदेह मिट जाए.