इराक में स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर ईरान द्वारा किए गए मिसाइल हमलों में अमेरिकी जवानों के घायल होने को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि उनके सभी जवान सुरक्षित हैं। वहीं, अब अमेरिका की केंद्रीय कमान ने कहा है कि इस हमले में 11 अमेरिकी सैनिक घायल हुए थे, जिनका इलाज किया गया था।
केंद्रीय कमान के प्रवक्ता बिल अर्बन ने कहा है कि कुछ अमेरिकी सैनिकों को इस हमले में चोट आई थी, जिनका इलाज किया गया और वे अभी भी चिकित्सा निगरानी में है। उन्होंने कहा है कि एक मानक प्रक्रिया के रूप में, धमाके के आसपास के मौजूद सभी कर्मियों की चोट को देखने के लिए जांच की जाती है और यदि उपयुक्त समझा जाता है तो देखभाल के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती किया जाता है।
प्रवक्ता ने कहा कि अल-असद सैन्य अड्डे पर हुए हमले में किसी अमेरिकी सैनिक की मौत नहीं हुई, लेकिन हमले के बाद खतरे को देखते हुए, कुछ जवानों को जर्मनी के लेंडस्थुल मेडिकल सेंटर और कुछ को कुवैत के अरिफजान कैंप पर जांच के लिए भेजा गया।
उन्होंने कहा कि जब हमें ऐसा लगेगा कि सभी जवान ड्यूटी पर जाने के लिए पूरी तरह तैयार है तो वे फौरन की इराक स्थित सैनिक अड्डे पर लौट आएंगे। हमारे जवानों का स्वास्थय और कल्याण हमारी प्रमुख प्राथमिकता है और हम किसी भी जवान की चिकित्सा स्थिति को साझा नहीं करेंगे। प्रवक्ता ने जानकारी दी कि अभी के लिए आठ जवानों को लेंडस्थुल भेजा गया है, वहीं तीन जवानों को अरिफजान कैंप पर भेजा गया है।
गौरतलब हो कि अमेरिका द्वारा ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या किए जाने के कुछ दिन बाद ईरान ने इराक में मौजूद अमेरिका के अल-असद एयरबेस पर कई रॉकेट हमले किए। पेंटागन के अनुसार उसके एयरबेस पर एक दर्जन से ज्यादा मिसाइलें दागी गई।
इस एयरबेस पर अमेरिका के साथ गठबंधन सेनाएं तैनात हैं। अमेरिका और गठबंधन सेनाओं को हुए किसी नुकसान की खबर नहीं मिली थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पेंटागन ने कहा था कि ईरान के इस हमले में कोई भी हताहत नहीं है।