इंदौर:जूनी इंदौर एसडीएम अंशुल खरे के रीडर बहादुरसिंह केलवा आत्महत्या केस में नया मोड़ आ गया है। पुलिस सारिका जोशी नामक महिला के गायब होने से लिंक जोड़ रही है, जो 20 दिन से लापता है। उसकी हत्या की आशंका जताते हुए लावारिस शवों की शिनाख्त भी करवाई जा रही है। ट्रेजर टाउन निवासी 55 वर्षीय बहादुरसिंह ने गुरुवार रात फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। घर से 25 पन्नों का सुसाइड नोट मिला था, जिसमें परिचितों से रुपये के लेन-देन, प्लाट-मकान की रजिस्ट्री का जिक्र था। राजेंद्र नगर थाना टीआइ अमृता सोलंकी के मुताबिक जांच के दौरान लोगों ने बताया सारिका और केलवा के पारिवारिक संबंध थे। वह भी 28 अप्रैल से लापता है। सोमवार को पुलिस ने सारिका के घर पुलक सिटी में सर्चिंग की तो दो प्लाट की रजिस्ट्री मिली। कुछ स्टांप भी मिले, जिसमें उसे स्टांप वेंडर बताया है। जांच में पता चला केलवा के पास करोड़ों रुपये की संपत्ति है। जब्त रजिस्ट्री भी केलवा की हो सकती है। हालांकि उनके बेटे राहुल के मुताबिक सारिका उसे राखी बांधती थी।
काल डिटेल में मिले नंबर, सीसीटी फुटेज भी : सारिका के भाई निर्मल ने 29 अप्रैल को उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। उसने पुलिस को बताया कुछ लोगों के कोरोना संक्रमित हो जाने से सारिका ने बच्चों को मौसी के पास भेजा और सामान लेने के बहाने घर से चली गई। बहन सुलक्षणा को मैसेज किया कि मुझे बुखार है। उसके बाद से सारिका का मोबाइल बंद है। पुलिस ने उसके मोबाइल की काल डिटेल निकाली तो केलवा के नंबर मिले। एक जगह से उनके सीसीटीवी फुटेज भी मिले। इसी आधार पर केलवा को पूछताछ करने बुलाया था, तो उसने पहचानने से इन्कार कर दिया था। फुटेज दिखाने पर वह घबरा गया और कहा काम से गए थे। टीआइ के मुताबिक पुलिस कई पहलुओं पर जांच कर रही है। मंगलवार को सूचना मिली थी अंजड़ में एक महिला का शव मिला है। स्वजन से शिनाख्त करवाई, लेकिन उन्होंने पहचानने से इन्कार कर दिया।