16 साल की नाबालिग लड़की से रेप के मामले में आसाराम को दोषी पाया गया है. उनके साथ-साथ दो सह आरोपियों को भी जोधपुर कोर्ट ने दोषी ठहराया है. हालांकि ये कोई पहली बार नहीं जब किसी बाबा पर इतने संगीन आरोप लगाए गए हों. इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें देश के जाने-माने बाबाओं के खिलाफ गंभीर आरोप लगे और उन आरोपों पर उन्हें दोषी भी ठहराया गया है. आइए जानते ऐसे ही बाबाओं के बार जो इस वक्त सलाखों के पीछे हैं.
गुरमीत राम रहीम
इस लिस्ट में सबसे पहला नाम गुरमीत राम रहीम का है, जिसे दो साध्वियों के साथ रेप के आरोप में पिछले साल 10-10 साल की सजा सुनाई गई थी. इस मामले में साध्वियों ने रेप होने के 10 साल बाद यानी 2009-2010 में राम रहीम के खिलाफ केस दर्ज किया था. उन्होंने राम रहीम पर आरोप लगाया था कि वो उन के साथ-साथ डेरे की अन्य महिलाओं का भी रेप करता है. राम रहीम इस काम को अपनी गुफा में अंजाम देता था और इसमें उसके चेले और कथित बेटी हनीप्रीत उसकी मदद करते थे. साध्वियों ने कई खुलासे करते हुए कहा था कि बाबा के चले बलात्कार के लिए माफी शब्द का इस्तेमाल करते थे.
आसाराम
16 साल की लड़की के साथ रेप के मामले में बुधवार को दोषी पाए गए आसाराम करीब चार साल से जोधपुर की जेल में बंद थे. एक वक्त था जब लोग आसाराम को भगवान मानते थे, उनकी पूजा तक करते थे मगर 15 अगस्त 2013 को ये मामला सामने आने के बाद आसाराम के लिए मुश्किले खड़ी हो गई. 15 अगस्त को पीड़िता ने आसाराम के खिलाफ रेप का आरोप लगाया था. इसके बाद कोर्ट में सुनवाई के दौरान भी उनके खिलाफ कई मामले सामने आए.
स्वामी सदाचारी
किसी समय स्वामी सदाचारी देश के महान गुरुओं में से एक थे. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी समेत अन्य कई बड़े नेता भी उस समय स्वामी सदाचारी के भक्तों की लिस्ट में शामिल थे. मगर एक दिन स्वामी का सच भी लोगों के सामने आया और उन्हें वेश्यालय चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
स्वामी प्रेमानंद
स्वामी प्रेमानंद की लोकप्रियता की एक बड़ी वजह यह थी कि उनका चेहरा सत्य साईं बाबा से मिलता था. इसके साथ वो साईं बाबा की तरह विभूति निकालने और पेट से शिवलिंग निकालने जैसे चमत्कार करने के लिए मशुहूर थे. फिर उन पर बलात्कार के आरोप लगाए गए. जिसके बाद प्रेमानंद को 13 लड़कियों से रेप के मामले में दोषी पाया गया.
स्वामी भीमानंद
स्वामी भीमानंद श्री शिवमूरत दि्वेदी और महाराज चित्रकुट वाले के नाम से भी जाना जाता था. फाइव स्टार होटल में गार्ड की नौकरी करने वाले स्वामी भीमानंद आगे चलके संत बन गए. वो खुद को इच्छाधारी संत बताते थे. लेकिन कुछ समय बाद पुलिस ने उन पर सेक्स रैकट में शामिल होने के आरोप लगाए. उन पर आरोप लगाया गया कि भीमानंद लड़कियों को प्रवचन देने के बहाने सेक्स रैकट के दलदल में धकेलता था.