आयकर विभाग की नई वेबसाइट की दिक्कतों से आम लोग, चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) के साथ-साथ आयकर अधिकारी भी परेशानी का सामना कर रहे हैं। आयकर अधिकारियों का कहना है कि अगर नई वेबसाइट में आ रही दिक्कतों को जल्द सुधारा नहीं गया तो रिफंड भी अटकने शुरू हो सकते हैं। इससे करदाताओं को रिफंड देने में देरी हो सकती है।गौरतलब है कि रिफंड के मामले में पिछले साल विभाग का रिकॉर्ड अच्छा था लेकिन इस साल जिस हिसाब से पोर्टल बेहद धीमी रफ्तार और आधा आधूरा चल रहा है, आने वाले दिनों में विभाग के पास मामले बड़ी संख्या में इकट्ठा होने की आशंका है जिससे इनका निपटारा भी तेजी से नहीं हो पाएगा। आयकर अधिकारी मामलों का सत्यापन करने के बाद ही उनकी स्क्रुटनी करते हैं और रिफंड की प्रक्रिया शुरू होती है। वेबसाइट ठीक तरह से न चलने की वजह से करदाताओं के पुराने मामले सामने नहीं आ रहे हैं। पिछले रिटर्न से मिलान किए बिना इस साल का रिफंड जारी नहीं किया जा सकेगा। साथ ही टैक्स से जुड़े विवादित मामलों का निपटारा भी विभाग के लिए टेढ़ी खीर होता जा रहा है। लंबे समय से पेडिंग अपील की सुनवाई प्रभावित हो रही है। कई मामलों से जुड़े ऑनलाइन नोटिस भी लोगों को वेबसाइट के जरिए ही मिलते थे। पूरी प्रक्रिया की निर्भरता ऑनलाइन हो गई थी। ऐसे में इसकी सुस्ती से वो काम भी बुरी तरह अटका है।
खामियों की सूची बनाई जा रही
हिंदुस्तान को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नई वेबसाइट में आ रही कमियों को अधिकारियों ने सूची बनानी शुरू कर दी है। इसके बाद अगले हफ्ते वित्तमंत्री को वो सूची सौंप कर उन्हें दूर करने की अपील की जाएगी। मामले से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक पोर्टल पर किसी भी मामले की स्क्रुटनी करना अधिकारियों के लिए असंभव सा हो गया है क्योंकि पिछले रिटर्न से जुड़े आंकड़े नजर ही नहीं आ पा रहे हैं। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड यानी सीबीडीटी की तरफ से इसी महीने कहा गया था कि नए पोर्टल पर रोजाना 40 हजार रिटर्न दाखिल किए जा रहे हैं लेकिन अधिकारियों के सामने आ रही दिक्कतों से इन की स्क्रुटनी नहीं हो पा रही है।
सरकार का दावा
वित्तमंत्रालय का दावा है कि इस मामले को अगस्त के पहले हफ्ते तक सुलझा लिया जाएगा। जून महीने में लॉन्च के बाद से ही लगातार इन्फोसिस की बनाई आयकर की नई वेबसाइट में दिक्कतें ही दिक्कतें आ रही हैं। वित्तमंत्रालय के अधिकारियों ने इन्हें दूर करने के लिए द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स इन इंडिया के साथ मिलकर इंफोसिस को समस्याएं दूर करने के निर्देश दिए थे। जानकारी के मुताबिक पिछले एक महीने में कुछ दिक्कतों को सुधारा भी गया है लेकिन पूरी तरह पहले जैसी वेबसाइट होने में इस पोर्टल को समय लग सकता है।
आईटीआर वेबसाइट में परेशानी
मिली जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग की नई वेबसाइट में पासवर्ड रीसेट, नया पैनकार्ड डाउनलोड करना, फॉर्म 26 एएस देखना, पुराने इनकम टैक्स रिटर्न देखना, रिफंड से जुड़ी अर्जी लगाना, पुरानी डिमांड की जानकारी और इनकम टैक्स रिटर्न रिटर्न में संशोधन से जुड़े विकल्प का इस्तेमाल करने जैसी मुश्किलें प्रमुख हैं। इसके अलावा लोगों के आंकड़ों में भी गड़बड़ी देखी जा रही है।