लखनऊ शहर में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम यानी आईटीएमएस के माध्यम से बिना पूरी तैयारी किए ही ऑनलाइन चालान शुरू हो गए हैं। 132 चौराहों पर 700 हाईटेक कैमरे से यातायात नियम तोड़ने वालों का चालान करने का दावा हवाहवाई साबित हो रहा है। लखनऊ में किसी चौराहे पर स्टॉप लाइन नहीं है तो कहीं पर जेब्रा लाइन। इसमें सबसे ज्यादा जाम लगने वाले चौराहों में प्रमुख खुरर्म नगर चौराहा हो या पॉलीटेक्निक चौराहा। 1090 चौराहा से लेकर कमता चौराहा तक पर बनाई गई जेब्रा लाइन साफ दिखना भी बंद हो गई है। इसके चलते चौराहों पर कहां पर वाहनों को रोके इसको लेकर लोगों के मन में भ्रम की स्थित बनी हुई है।
यातायात नियम के अनुसार ट्रैफिक सिग्नल के पास वाहनों के रुकने के लिए स्टॉप लाइन और सड़क क्रास करने वालों के लिए जेब्रा लाइन बनाई जाती है। जिससे सिग्नल रेड होने पर स्टॉप लाइन के पहले वाहन रोके जाने पर पैदल यात्री जेब्रा लाइन से सड़क पार कर सकें। शहर में कई चौराहों पर स्टॉप लाइन न होने से वाहन चालक जेब्रा लाइन पर वाहन खड़ा कर दे रहे हैं। वहीं जहां जेब्रा लाइन भी नहीं है चौराहे तक लोग वाहन लेकर पहुंच जा रहे हैं। इससे वहां पर जाम की स्थित बन जाती है।
ऑनलाइन चालान पर तीन सवारी व हेलमेट तक ही सिमटी कार्रवाई
स्टॉप लाइन व जेब्रा लाइन की हर चौराहे पर व्यवस्था न होने से चालान तीन सवारी व हेलमेट न पहनने वालों तक ही सिमट कर रह गई है। 132 चौराहों पर चालान अभी भी पहले की तरह ही हजरतगंज और हाई कोर्ट चौराहे तक ही सभी नियम पर चालान करने तक ही सीमित रह गया है।
एक जुलाई से शुरू हुआ ऑनलाइन चालान
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के मुख्यालय में स्थित आईटीएमएस कंट्रोल रूम से यातायात नियम तोड़ने वालों का चालान किया जा रहा है। यहां से 132 प्रमुख चौराहों पर लगे कैमरों की फुटेज के आधार पर चालान करने का दावा किया जा रहा है।