चुनावी ड्यूटी के लिए आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण में अनुपस्थित कर्मियों के लिए अधिकारियों ने समय सीमा निर्धारित कर दी है। अंतिम दिन 12 फरवरी को उपस्थित नहीं होने के बाद उनके खिलाफ एफआईआर कराई जाएगी और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी होगी। तीन दिनों में अब तक कुल 149 कर्मचारी अनुपस्थित रहे हैं।
विधानसभा चुनाव को सकुशल कराने के लिए जिला प्रशासन कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। प्रभारी कार्मिक व सीडीओ संतोष कुमार ने बताया कि पहले चरण के प्रशिक्षण में कुल 6520 कर्मचारियों को बुलाया गया था। इसमें 3100 कर्मचारी पीठासीन थे और शेष प्रथम मतदान अधिकारी थे। पहले दिन 64 कर्मचारी अनुपस्थित रहे लेकिन इसमें से पांच कर्मचारी अगले दिन के प्रशिक्षण में उपस्थित हो गये। इसके अलावा दूसरे दिन भी कुल 49 कर्मचारी अनुपस्थित हुए, इसमें 27 पीठासीन अधिकारी थे।
शनिवार को तीसरे दिन के प्रशिक्षण में कुल 41 कर्मचारी अनुपस्थित रहेे। उन्होंने बताया कि 12 फरवरी को केवल सुबह की पाली में ही प्रशिक्षण होगा और अनुपस्थित कर्मचारियों की ओर से उपस्थिति दर्ज नहीं करायी गयी तो उनके खिलाफ 12 फरवरी को मुकदमा दर्ज करा दिया जायेगा। इसके अलावा संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए विभागाध्यक्ष को भी पत्र भेजा जाएगा।