रामपुर। समाजवादी पार्टी के नेता और लोकसभा सांसद आजम खान के खिलाफ पिछले एक महीने में रामपुर में 27 एफआईआर दर्ज की गई हैं। यह सभी मामले उनके विश्वविद्यालय के लिए किसानों की जमीन हड़पने के आरोप में दर्ज किए गए हैं। अखिलेश यादव के नेतृत्व वाले शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में कैबिनेट मंत्री रहे आजम खान साल 2006 में अस्तित्व में आए मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के संस्थापक और कुलाधिपति हैं।
रामपुर के पुलिस अधीक्षक अजय पाल शर्मा ने कहा- 11 जुलाई से लेकर अब तक दो दर्जन से अधिक किसानों ने विश्वविद्यालय के लिए अपनी जमीन पर अतिक्रमण के आरोपों के साथ पुलिस से संपर्क किया है। हमने इन मामलों में 27 एफआईआर दर्ज की हैं और इन मामलों की जांच चल रही है।
उन्होंने कहा कि बड़े पैमाने पर इन मामलों को भारतीय दंड संहिता की धाराओं 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 342 (गलत तरीके से बंदी बनाना), 447 (आपराधिक अतिचार), 389 (अपराध को अंजाम देने के डर से एक व्यक्ति से उगाही करना) 506 (आपराधिक धमकी) के तहत दर्ज किया गया है। शर्मा ने कहा कि कुछ किसानों ने दावा किया है कि उनकी एक बीघा जमीन हड़प ली गई है, कुछ का दावा है कि उनकी दो बीघा और कुछ ने इससे ज्यादा जमीन हड़पी जाने का दावा किया है।
शर्मा ने कहा कि कुल मिलाकर, अब तक 0.349 हेक्टेयर भूमि अतिक्रमण की शिकायत दर्ज की गई है और आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। अधिकारी ने कहा कि इन मामलों में सजा के रूप में गिरफ्तारी हो सकती है और आर्थिक दंड के अलावा 10 साल तक की कैद हो सकती है। बताते चलें कि मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय में करीब 3,000 से अधिक छात्रों को दाखिला दिया गया है। इसकी वेबसाइट के अनुसार, यह यूनिवर्सिटी 121 हेक्टेयर के क्षेत्र में फैली हुई है।
रामपुर पुलिस ने जमीन पर कब्जा करने की एफआईआर के अलावा 250 साल पुराने रामपुर स्थित ओरिएंटल कॉलेज के प्रधानाचार्य की शिकायत पर एक और मामला दर्ज किया है। मदरसा आलिया के नाम से मशहूर इस स्कूल के प्राचार्य ने 16 जून को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इसमें कहा गया है कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों 9,000 से अधिक किताबें चोरी कर मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में ले गए हैं।