आगरा जिले के फुलट्टी (कोतवाली) इलाके के मोहल्ला कूचा साधू राम में एक महिला और उसके तीन मासूम बच्चों की गला रेतकर हत्या कर दी गई। हत्या बुधवार की दोपहर हुई थी। पुलिस को गुरुवार की सुबह घटना की जानकारी हुई। चौहरे हत्याकांड से आगरा में सनसनी फैल गई। सामूहिक हत्याकांड की वजह अभी साफ नहीं हुई है। दो साल पहले महिला का अपने पति से तलाक हो गया था। तीनों बच्चे मां के साथ रहते थे। घटना की सूचना पर एडीजी जोन राजीव कृष्ण, एसएसपी मुनिराज जी, एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमेाद फोर्स के साथ पहुंचे।सुबह करीब साढ़े आठ बजे का समय था। कूचा साधू राम से कुछ लोग फुलट्टी चौकी पर पहुंचे। पुलिस को बताया कि मोहल्ले में एक मकान के दरवाजे बुधवार की दोपहर से खुले हुए हैं। मकान में 35 वर्षीय रेखा राठौर अपने बेटे टुकटुक (12), पारस (10) व बेटी माही (08) के साथ रहती है। पति का नाम सुनील राठौर है। दो साल पहले महिला का तलाक हो गया था। सुनील चांदी कारीगर है। दूसरी शादी कर ली है। माईथान में रहता है। सूचना पर पुलिस मौके पर आई। प्रवेश द्वार के पास ही जूते चप्पल बिखरे पड़े थे। पुलिस पहली मंजिल पर पहुंची। कमरे का दृश्य देखकर पुलिस के होश उड़ गए। दो बच्चों के शव पलंग पर पड़े थे। महिला और एक बच्चे का शव फर्श पर पड़ा था। चारों के गले रेते गए थे। अलमारियां खुली पड़ी थीं। सामान बिखरा हुआ था। चौहरे हत्याकांड की खबर ने अधिकारियों के होश उड़ा दिए थे। कुछ ही देर में बात पूरे इलाके में फैल गई। भीड़ जुट गई। पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। फोरेंसिक टीम, डॉग स्क्वायड और फील्ड यूनिट को मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने रेखा राठौर के पति सुनील राठौर को हिरासत में ले लिया। वह अपने आप को निर्दोष बता रहा है। महिला और उसके मासूम बच्चों के गले किसने और क्यों काटे। इस सवाल का फिलहाल पुलिस को जवाब नहीं मिला है। पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। लोग घटना के पीछे अलग-अलग वजह मान रहे हैं। अभी तक यह भी साफ नहीं है कि लूट हुई है तो हत्यारा क्या लूटकर ले गया है।
इनकी हुई है हत्या
रेखा राठौर उम्र लगभग 34 साल, बड़ा बेटा टुकटुक (12), पारस (10) व माही (08)। रेखा राठौर का मायका यमुनापार के सीता नगर इलाके में है। दो साल पहले पति से अनबन के कारण तलाक हो गया था। पति सुनील राठौर ने दूसरी शादी कर ली। माईथान में रहता है। दूसरी पत्नी का नाम सोनी है।
सात साल पहले खरीदा था मकान
जिस मकान में वारदात हुई वह रेखा राठौर के नाम है। सुनील ने लगभग सात साल पहले 25 लाख रुपये में यह मकान एक सराफा व्यापारी से खरीदा था। लगभग 60 गज में बने मकान में पहली मंजिल पर दो कमरे हैं। चारों शव एक ही कमरे में पड़े मिले। कमरे में अलमारियां खुली पड़ी थीं। पहली मंजिल से लेकर भूतल तक सामान बिखरा हुआ था।