आगरा के पारस अस्पताल का मामला तूल पकड़ गया है। इसे लेकर कांग्रेस सरकार को घेरने में जुट गई है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के ट्वीट के बाद आगरा में कांग्रेस के नेताओं ने मंगलवार को पारस अस्पताल के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी नेताओं ने न्यू आगरा थाने में अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी है।
बता दें कि अप्रैल के अंतिम सप्ताह में जब कोरोना की दूसरी लहर चरम पर थी, तब आगरा के अस्पतालों में ऑक्सीजन संकट गहरा गया था। उसी दौरान भगवान टॉकीज चौराहे पर स्थित पारस अस्पताल में 26 अप्रैल की सुबह ऑक्सीजन बंद कर मॉकड्रिल की गई थी। उन भयावह पलों को बयान करते छह मिनट के चार वीडियो सोमवार को वायरल हुए।
अस्पताल पर लग रहा यह आरोप
वीडियो में पारस अस्पताल के संचालक अरिंजय जैन बता रहे हैं कि इस मॉकड्रिल से 22 मरीजों का दम घुटने लगा था और उनके हाथ-पैर नीले पड़ गए थे। जिला प्रशासन का कहना है कि अस्पताल में उस दिन चार संक्रमित मरीजों की मौत हुई थी।
अस्पताल के संचालक के वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन से लेकर शासन तक इस मामले में हड़कंप मचा है। पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराई जा रही है। आगरा की महफूज बचपन संस्था के समन्वयक नरेश पारस ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को पत्र लिख आरोपी चिकित्सक के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की गई है।
इस मामले को लेकर कांग्रेस केंद्र और प्रदेश सरकार को घेरने में जुट गई है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, भाजपा शासन में ऑक्सीजन व मानवता दोनों की भारी कमी है। प्रियंका गांधी ने पूछा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार कौन है ? आगरा में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह उर्फ मीनू और शहर अध्यक्ष देवेंद्र सिंह चिल्लू ने थाना न्यू आगरा में तहरीर दी है।