आगरा में सोमवार सुबह एक परिवार के लिए बड़ी घटना घटित हो गई। थाना फतेहाबाद के निबोहरा के गांव धरियाई में घर के सामने खुले करीब सौ फीट गहरे बोरवेल में एक चार वर्ष का मासूम गिर गया।
बताते हैं हादसा उस समय हुआ जब बच्चा खेल रहा था। साथ में खेल रहे बच्चों ने इसकी जानकारी परिजनों को दी। परिवार में कोहराम मच गया। इस हादसे की जानकारी के बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। ग्रामीणों ने बच्चे को बचाने के लिए अभियान शुरू कर दिया।
पुलिस अधिकारी पहुंचे मौके पर
जानकारी के अनुसार शिवा (चार वर्ष) पुत्र छोटेलाल, ग्राम धरियाई घर के बाहर सुबह खेल रहा था। इसी दौरान वह यकायक खुले बोरवेल में गिर गया। पुलिस ने इस घटना में तत्परता दिखाई है। एसपीआरए अशोक वेंकट के. मौके पर पहुंचे हैं और बच्चे के बचाव के लिए प्रयासरत हैं।
बच्चे को दी जा रही ऑक्सीजन
शिवा के बोरवेल में गिरने की खबर मिलने के बाद मौके पर आसपास के गांव के लोग भी पहुंच गए है। बोरवेल से सभी को दूर रखा जा रहा है। ताकि अंदर मिट्टी न पहुंचे। वहीं मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बच्चे को ऑक्सीजन देने के लिए पाइप बोरवेल में पहुंचाया है। बताया गया है कि पंद्रह दिन पहले इस बोरवेल से पाइप निकालकर छोटेलाल के परिजनों ने दूसरे बोरवेल में डाल दिए थे। लेकिन परिवारीजन इस बोरवेल के गड्ढे को बंद करना भूल गए। सोमवार को हुए हादसे के बाद परिवार में इस बात का मलाल है कि उन्होंने इसे बंद नहीं किया।
सेना ने संभाला मोर्चा
मासमू शिवा के बोरवेल में गिरने के बाद मौके सेना की टीम पहुंची। सेना ने बचाव काम शुरू कर दिया गया है। बोरवेल के समानांतर करीब 100 फीट की दूरी पर एक गड्ढा खोदा जा रहा है। जिसके समानांतर एक सुरंग बनाई जाएगी। इससे बच्चे को रेस्क्यू किया जा सकता है। सेना की टीम दो जेसीबी की सहायता से एक गड्ढा खोद रही है। सेना द्वारा घटनास्थल पर कंट्रोल रूम बनाकर बच्चे की पल-पल की गतिविधियां देखी जा रही हैं। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व योगेंद्र कुमार एसपीआरए पूर्वी के वेंकट अशोक मौके पर मौजूद है और राहत कार्य देख रहे हैं।
हादसों से नहीं लिया सबक
देशभर में बोरवेल में बच्चों के गिरने की कई घटनाएं घटित हो चुकी हैं। प्रिंस नाम का एक बच्चा जब बोरवेल में गिरा था उसके बाद देशभर में सख्ती से बोरवेल के गड्ढे बंद करने के लिए प्रशासन को निर्देशित किया गया था। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में प्रिंस की घटना के बाद सबक नहीं लिया। आज भी कई क्षेत्रों में बोरवेल खुली पड़ी हैं।