लखनऊ,अशोक गुप्ता की रिपोर्ट। अवध विहार योजन को हाऊसिंग बोर्ड द्वारा बसाने के लिए जमीनों की अधिग्रहण की जा रही थी,उस समय इसका विस्तार सेवई गांव सुल्तानपुर रेलवे लाइन के पार तक थी । यह एरिया ग्रीन बेल्ट की लिए रिजर्व थी। इसलिए हाऊसिंग बोर्ड अधिग्रहण किया नही।
ज्ञात हो कि इन भूमि धारकों को धरा- 28 की तहत नोटिस भेजी गई थी,लेकिन शासन ने इस पार की जमीनों को ग्रीन बेल्ट के लिए रोक रखी थी । यह भूखण्ड रेलवे लाइन और नहर की बीच की किसानों की जमीन है।इन जमीनों पर खेती ही कराई जा सकती है। उसके बावजूद प्रशसन की मिलीभगत से प्रॉपर्टी डीलर धरा-80 धड़ल्ले से करा कर जमीनों पर प्लाटिंग कर रहे है।
समय रहते भारत सरकार की एनजीटी विभाग कार्रवाई
नही किया तो ग्रीन बेल्ट की अस्तिव समाप्त हो जाएगी।
प्रॉपर्टी डीलरों की काली करतूतों पर लगाम लगाई नही गई तो देश को महफूज रखने वाले सेना के लोग धोखा धड़ी के शिकार बनते जाएंगे ।
इस सम्बन्ध में एलडीए के अधिकारियो ने बताया कि अभी जानकारी हुई है । यह बहुत गम्भीर मामला इसकी जाँच कराकर जो भी लोग प्लाटिंग कर रहे उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगा। विभागीय सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि आवास विकास ग्रीन बेल्ट की जमीनों को खाली कराने के लिए टीम का गठन किया जा चूका है। जल्द कार्रवाई किया जाएगा।