अलीगढ़ जिले में जहरीली शराब ने लगातार तीसरे दिन रविवार को भी कहर बरपाया। शराब पीने से टप्पल के बीमार लोगों की मौत का सिलसिला तीसरे दिन भी जारी रहा। रविवार शाम तक पोस्टमार्टम के लिए लाए गए शवों की संख्या 71 तक पहुंच गई। इस तरह जिले में रविवार को 15 मौत हुई हैं।
वहीं जिला प्रशासन द्वारा अभी तक मौत के इस तांडव को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। बल्कि प्रशासन लगातार आंकड़े छिपाने में जुटा है। जिलाधिकारी ने मौतों को लेकर आधिकारिक पुष्टि करने के बजाय कहा है कि अब पोस्टमार्टम रिपोर्टों के अध्ययन के बाद ही यह तस्वीर साफ की जा सकेगी जहरीली शराब से जिले में कितनी मौत हुई हैं। फिलहाल पोस्टमार्टम कराए जा रहे हैं।
सीएमओ ने की सिर्फ 28 मौतों की पुष्टि की
जितने भी शवों के पोस्टमार्टम शराब कांड से जोड़कर हो रहे हैं, उनकी सभी की रिपोर्ट संकलित की जा रही हैं। तीन दिन में अब तक 28 मौतें शराब के सेवन से होना स्पष्ट हुआ है। बाकी की रिपोर्ट पर संदेह है। हो सकता है कि अन्य मौत भी शराब के सेवन से हुई हों। मगर उनके विषय में आगरा विधि विज्ञान प्रयोगशाला से रिपोर्ट मिलने के बाद ही कहा जा सकेगा कि मौत किस वजह से हुई है। वह रिपोर्ट कंपाइल कर जिलाधिकारी को दी जाएगी।
उधर, पुलिस द्वारा शराब तस्कर गिरोह के फरार 50 हजार के इनामी सरगनाओं में शामिल ओमवीर उर्फ विपिन यादव निवासी मैनपुरी को रविवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया है, जिससे गोपनीय स्थान पर पूछताछ चल रही थी।
विपिन यादव पर ही शराब लाकर स्थानीय सरगनाओं को देने का आरोप है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने जिले के अकराबाद क्षेत्र के गांव अधौन में खुद के द्वारा शराब फैक्टरी संचालित किए जाने की बात स्वीकारी है। इस पर पुलिस की एक टीम देर रात अधौन में छापेमारी की तैयारी में जुटी थी।
विपिन यादव पर ही शराब लाकर स्थानीय सरगनाओं को देने का आरोप है। प्रारंभिक पूछताछ में उसने जिले के अकराबाद क्षेत्र के गांव अधौन में खुद के द्वारा शराब फैक्टरी संचालित किए जाने की बात स्वीकारी है। इस पर पुलिस की एक टीम देर रात अधौन में छापेमारी की तैयारी में जुटी थी।
पुलिस ने इस कांड में चार लोगों को जेल भेजा है। घटना के बाद गिरफ्तार किए गए मुख्य सरगना रालोद नेता अनिल चौधरी व एक ठेकेदार नरेंद्र सिंह को पुलिस ने तीन दिन के पुलिस कस्टडी रिमांड पर ले लिया है और पूछताछ जारी है।
रविवार को जो मौत हुई हैं, उनमें टप्पल के जट्टारी, उसरह, पिसावा के शादीपुर, जवां, गभाना क्षेत्र के लोग शामिल हैं। इधर, इस प्रकरण में पोस्टमार्टम केंद्र पर मृतकों के प्रति संवेदना जताने पहुंचे भाजपा के क्षेत्रीय सांसद सतीश गौतम ने पोस्टमार्टम केंद्र प्रभारी फार्मासिस्ट पर मृतकों के परिवारों से अभद्रता का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की बात अधिकारियों से कही, जिसके बाद प्रभारी फार्मासिस्ट रविकांत दीक्षित को पोस्टमार्टम केंद्र से बुला लिया गया।
पुलिस की चार टीमें तोड़ेंगी शराब तस्करों की कमर
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने जिले के चारों अपर पुलिस अधीक्षकों की अगुवाई में चार अलग-अलग टीमों का गठन किया है। ये टीमें इस कांड के आरोपियों व शराब तस्करी के अन्य रैकेट की कमर तोड़ने का काम करेंगी। चारों टीमों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है।
शराब कांड से जोड़कर जितने भी शव सामने आ रहे हैं, उनका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। शुक्रवार व शनिवार तक प्रथम दृष्टया शराब से मौतों की पुष्टि हुई थी। मगर, अब चूंकि संख्या लगातार बढ़ रही है, इसलिए सीएमओ को निर्देश दिए हैं कि वह सभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का विश्लेषण कर अपनी रिपोर्ट दें। विश्लेषण रिपोर्ट के बाद ही यह बताया जा सकेगा कि कितनी मौत शराब पीने के चलते हुई हैं और कितनी अन्य कारणों से हुई हैं। रहा सवाल जिले के हालात का तो जहां से भी सूचना मिल रही हैं, वहां राजस्व टीमें पहुंचकर ब्योरा संकलित कर रही हैं।
- चंद्रभूषण सिंह, जिलाधिकारी
सीएमओ ने की सिर्फ 28 मौतों की पुष्टि
जितने भी शवों के पोस्टमार्टम शराब कांड से जोड़कर हो रहे हैं, उनकी सभी रिपोर्ट संकलित की जा रही हैं। तीन दिन में अब तक 28 मौतें शराब के सेवन से होना स्पष्ट हुआ है। बाकी की रिपोर्ट पर संदेह है। हो सकता है कि अन्य मौत भी शराब के सेवन से हुई हों। मगर उनके विषय में आगरा विधि विज्ञान प्रयोगशाला से रिपोर्ट मिलने के बाद ही कहा जा सकेगा कि मौत किस वजह से हुई है। वह रिपोर्ट कंपाइल कर जिलाधिकारी को दी जाएगी।