उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा सरकार के गठन के बाद से ही अयोध्या में राम मंदिर बनाने का मसला सुर्खियों में रहता आया है। इसी बीच शनिवार को राम मंदिर को लेकर शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने हिंदू पक्षकार महंत सुरेश दास से मुलाकात की। मुलाकात के बाद वसीम रिजवी ने कहा कि हिंदुओं की भावना का ध्यान रखते हुए राम मंदिर बनना चाहिए। रिजवी ने पत्रकारों से कहा कि मस्जिद का निर्माण भी हो, लेकिन किसी मुस्लिम बहुल इलाके में किया जाए।
रिजवी ने कहा कि विवादित मस्जिद सुन्नी नहीं, बल्कि शिया वक्फ बोर्ड की है। तमाम दस्तावेज और प्रमाणों से यह साबित होता है कि राम जन्मभूमि पर मंदिर को तोड़कर मस्जिद का निर्माण कराया गया था। वहीं फसाद की जगह पर इबादत नहीं हो सकती है, इसलिए जन्मभूमि पर राम मंदिर का ही निर्माण होना चाहिए।
हिंदू पक्षकार महंत सुरेश दास ने वसीम रिजवी के प्रस्ताव का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि संत समाज इस मसले का कोई शांतिपूर्ण हल चाहता है।
महंत सुरेश दास ने कहा कि वह योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर वसीम रिजवी के प्रस्ताव की चर्चा करेंगे और अयोध्या मसले के हल के लिए मुख्यमंत्री से सहयोग मांगेंगे।
वहीं, वसीम रिजवी ने कहा कि शिया समाज चाहता है कि अयोध्या के मंदिरों के बीच मस्जिद का निर्माण कर दूसरे विवाद का जन्म न हो। रिजवी ने कहा कि वह इसी प्रस्ताव को लेकर अयोध्या आए हैं और हिंदू पक्षकारों से वार्ता कर रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि बातचीत से इस विवाद का समाधान होगा।