एयर प्रोडक्ट्स दुनिया में कोल गैसिफिकेशन की अगुआ कंपनी है और यह भारत में भी कई विश्वस्तरीय कोल गैसिफिकेशन कॉम्प्लेक्स का संचालन करती है. भारत में इसने कोल इंडिया जैसी दिग्गज कंपनियों से साझेदारी कर रखी है. कंपनी भारत में अगले पांच साल में 5 से 10 अरब डॉलर (करीब 74 हजार करोड़ रुपये) का निवेश कर सकती है.
अमेरिका की दिग्गज इंडस्ट्रियल गैस कंपनी एयर प्रोडक्ट्स ऐंड केमिकल्स (Air Products and Chemicals) भारत में अगले पांच साल में 5 से 10 अरब डॉलर (करीब 74 हजार करोड़ रुपये) का निवेश कर सकती है. कंपनी यह निवेश भारत के कोल गैसिफिकेशन प्रोजेक्ट्स में करेगी.
एयर प्रोडक्ट्स दुनिया में कोल गैसिफिकेशन की अगुआ कंपनी है और यह भारत में भी कई विश्वस्तरीय कोल गैसिफिकेशन कॉम्प्लेक्स का संचालन करती है. भारत में इसने कोल इंडिया जैसी दिग्गज कंपनियों से साझेदारी कर रखी है और इनके माध्यम से अपने ग्राहकों को इंडस्ट्रियल गैस की सप्लाई करती है.
क्या कहा एयर प्रोडक्ट्स ने
कंपनी ने हाल में इंडोनेशिया में निवेश किया है. एयर प्रोडक्ट्स के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और चीफ इन्फॉर्मेशन ऑफिसर रिचर्ड बूकॉक ने हमारी सहयोगी वेबसाइट BusinessToday.In को बताया कि कंपनी इंडोनेशिया की तरह ही भारत में पहले 2 अरब डॉलर के निवेश से शुरुआत करेगी. एयर प्रोडक्ट्स के दुनिया के 50 देशों में 750 से ज्यादा कारखाने हैं और यह 30 से ज्यादा तरह के उद्योगों को गैस की आपूर्ति करती है.
कंपनी अब भारत को एक बड़े बाजार के रूप में देख रही है, क्योंकि भारत में ऊर्जा सुरक्षा के लिहाज से अब कोल सेक्टर को निजी क्षेत्र के लिए खोला जा रहा है. बूकॉक ने कहा, ‘औद्योगिक गैस इंडस्ट्री काफी हद तक स्थानीय स्तर पर होती है, क्योंकि इसकी ढुलाई एक बड़ा मसला होती है. भारत मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक बढ़ता बाजार है और यहां की ‘आत्मनिर्भर भारत’ नीतियों से औद्योगिक गैस की खपत बढ़ी है.’
क्या होता है कोल गैसिफिकेशन
गौरतलब है कि हाल में कोयला मंत्रालय ने साल 2030 तक 10 करोड़ टन कोयला के गैसीकरण का लक्ष्य रखा है. कोल गैसिफिकेशन के तहत कोयले से सिनगैस syngas या सिंथेटिक गैस तैयार किया जाता है जो कि हाईड्रोजन और काबर्न डाई ऑक्साइड सहित कई अन्य तत्वों का मिश्रण होता है. एयर प्रोडक्टस के पास सिनगैस बनाने की तकनीक है.