भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना एक बार फिर से सिर उठा रहा है। देश में कोरोना केसों का आंकड़ा बीते कुछ दिनों से घट रहा था, लेकिन एक बार फिर से नए मामले 40 हजार के पार पहुंच गए हैं। उधर दुनिया की बात करें तो एक बार फिर से स्थिति चिंताजनक हो चली है।
दरअसल, रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले शहर मेलबर्न में शुक्रवार रात से लॉकडाउन लागू किया जाएगा। शहर में बढ़ रहे कोरोनावायरस के नए मामलों को देखते हुए ये निर्णय लिया गया है। हालांकि अभी इस बात की चर्चा है कि वहां लॉकडाउन कितने दिनों के लिए लागू किया जाना है।
रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि विक्टोरिया में न्यू साउथ वेल्स राज्य से कुछ संक्रमित मजदूर काम करने आए थे, जिसके बाद संक्रमण बढ़ा है. यह भी बताया गया है कि मेलबर्न में सामने आया कोरोना प्रकोप कोरोनावायरस के डेल्टा वेरिएंट की वजह से सामने आया है। डेल्टा वेरिएंट विक्टोरिया के साथ-साथ न्यू साउथ वेल्स में भी तेजी से फैल रहा है।
उधर संयुक्त राज्य अमेरिका में पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। वहां पिछले तीन सप्ताह में डेली कोरोना केसों का नंबर डबल हो गया है। इसको लेकर एक्सपर्ट ने चेतावनी भी दी है। अमेरिका में यह सब तब हुआ है जब वहां कई महीनों की गिरावट के बाद कोरोना फिर से बढ़ रहा है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां ज्यादातर नए मामले मेन और साउथ डकोटा राज्य से आ रहे हैं। एक्पर्ट्स का मानना है कि लोगों को मास्क लगाना नहीं छोड़ना चाहिए और ना ही ज्यादा भीड़-भाड़ करनी चाहिए, वरना आगे स्थिति और खराब हो सकती है। अमेरिका में लगभग 55.6 फीसदी आबादी को कोरोना का टीका लग चुका है, बावजूद इसके केसों का बढ़ना चिंता की वजह बना हुआ है।
इतना ही नहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुखिया टेड्रोस अधनोम ने भी चेतावनी दी है कि दुनिया
की तीसरी लहर के शुरुआती चरण पहुंच गई है। दुनियाभर में डेल्टा वेरिएंट के कहर के बीच डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने यह ताजा चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से हम कोरोना वायरस की तीसरी लहर के शुरुआती चरण में पहुंच गए हैं। उन्होंने बताया कि डेल्टा वेरिएंट अब दुनिया के 111 से ज्यादा देशों में पहुंच गया है।
इधर भारत में भी पिछले तीन दिनों से लगातार नए केसों में इजाफा देखने को मिल रहा है। बुधवार को आए आंकड़ों में एक दिन में 38,792 नए केस मिले थे। इससे पहले मंगलवार का आंकड़ा 31,443 ही था, जो 118 दिनों में मौतों का सबसे कम आंकड़ा था। इस तरह से देखें तो दो ही दिनों में नए केसों के आंकड़े में करीब 10,000 का इजाफा हुआ है।
भारत में एक्टिव केसों की संख्या अब तक मिले कुल मामलों के 1.39 फीसदी के ही बराबर है, लेकिन यदि केसों में इजाफा जारी रहा और रिकवर होने वाले लोगों की संख्या उसके मुकाबले कम रही तो इसमें बढ़ोतरी भी हो सकती है। गृह मंत्रालय की ओर से बुधवार को सभी राज्यों को अडवाइजरी भी जारी की गई है कि यदि केस बहुत तेजी से कहीं बढ़ रहे हैं तो फिर उस इलाके में लॉकडाउन लगाने पर भी विचार किया जा सकता है।