अमेरिका ने साझा सुरक्षा प्लेटफॉर्म और ढांचों को खतरे में डालकर एफ-16 लड़ाकू विमानों के दुरुपयोग के लिए अगस्त में पाकिस्तान वायु सेना के प्रमुख को फटकार लगाई थी. मीडिया में आई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब महीनों पहले भारतीय वायु सेना ने कश्मीर में हवाई युद्ध के दौरान पाकिस्तानी वायु सेना के एक एफ-16 विमान को मार गिराया था. यूएस न्यूज ने बुधवार को बताया कि हथियार नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों की तत्कालीन अवर विदेश मंत्री एंड्रिया थॉम्पसन ने इस मामले को लेकर अगस्त में पाकिस्तान वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान को पत्र लिखा था.
खबर में एक सूत्र के हवाले से बताया गया है कि पत्र में 26 फरवरी के बालाकोट हवाई हमलों के फौरन बाद हुई घटनाओं का प्रत्यक्ष जिक्र नहीं है हालांकि इसमें फरवरी में कश्मीर में एफ-16 विमान का इस्तेमाल करने को लेकर अमेरिका की चिंताओं को उठाया गया है.
थॉम्पसन ने अपने पत्र में लिखा, ‘‘हमें आपने यह बताया कि ये विमान राष्ट्रीय रक्षा उद्देश्यों से उड़ाए गए थे लेकिन अमेरिकी सरकार विमानों को अमेरिकी सरकार के गैर अधिकृत अड्डों तक लाने को एफ-16 समझौते के तहत चिंताजनक और असंगत मानती है.’ पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय और दूतावास ने इस पत्र पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह के एक आत्मघाती हमलावर ने 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में 40 सीआरपीएफ जवानों को मार दिया था. भारत ने इसके बाद 26 फरवरी को बालाकोट में जेईएम के प्रशिक्षण शिविर पर हवाई हमला किया था. इसके अगले दिन पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई में मिग-21 विमान को मार गिराया और उसके पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पकड़ लिया था. हालांकि उन्हें बाद में छोड़ दिया था. भारतीय वायुसेना ने बताया था कि 27 फरवरी को हवाई युद्ध के दौरान उसके एक मिग-21 विमान ने पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था|