अमेरिका और कनाडा में भीषण गर्मी ने कहर बरपा रखा है। इसके चलते वहां आए दिन लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। दोनों देशों में अभी तक कुल मिलाकर 581 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। अमेरिका में प्रशांत उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में मृतकों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। चिकित्सा कर्मियों का कहना है कि अत्यधिक गर्मी के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ सकती है ओरिगन, वाशिंगटन स्टेट और कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में सैकड़ों लोगों की मौत हुई। यह पता लगाया जा रहा है कि क्या सभी की मौत लू की वजह से हुई। इस क्षेत्र में 25 जून को भयंकर गर्मी पड़नी शुरू हुई और मंगलवार को ही कुछ इलाकों को थोड़ी राहत मिली।
ओरिगन के चिकित्सक परीक्षक ने शुक्रवार को बताया कि अकेले इस राज्य में मृतकों कि संख्या कम से कम 95 पर पहुंच गयी है। सबसे अधिक मौतें मुल्टनोमा काउंटी में हुई। मृतकों में ग्वाटेमाला का एक प्रवासी मजदूर भी शामिल है। कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया की मुख्य कोरोनर, लीजा लैपोइंते ने बताया कि उनके कार्यालय को 25 जून और बुधवार के बीच कम से कम 486 लोगों की अचानक और अप्रत्याशित मौत होने की सूचनाएं मिली हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि इनमें से कितनी मौत लू की वजह से हुई, लेकिन गर्मी की वजह से ही यह मौतें होने की आशंका है।
वाशिंगटन राज्य प्राधिकारियों ने लू के कारण करीब 30 लोगों के मरने की खबर दी है लेकिन यह संख्या बढ़ सकती है। सिएटल में हार्बरव्यू मेडिकल सेंटर के आपात औषधि विभाग के निदेशक डॉ. स्टीव मिचेल ने कहा कि मुझे लगता है कि वक्त के साथ यह संख्या बढ़ेगी। मैं अपने अनुभव से कह सकता हूं कि मृतकों की संख्या इससे अधिक हो सकती है। मौसम विज्ञानियों ने इस भीषण गर्मी के लिए तापमान के सामान्य से 30 डिग्री अधिक जाने को जिम्मेदार बताया है जिससे उच्च दबाव का क्षेत्र बन गया है। पश्चिमी वॉशिंगटन और ओरिगन में पारा थोड़ा गिरा, लेकिन अंदरूनी उत्तर पश्चिमी इलाकों और कनाडा में गर्मी की चेतावनी अब भी जारी है।