दरअसल जैसे ही आप अपने बैंक से कार्ड को रजिस्टर करेंगे, आपका फिगरप्रिंट कार्ड के डिजिटल टेंपलेट पर स्टोर कर लिया जाएगा। जब भी आप ईएमवी कार्ड रीडर का इस्तेमाल करेंगे, आपको पिन की जगह अपना फिगरप्रिंट स्कैन करके भुगतान करना होगा।
अभी अमेरिकी कंपनी द्वारा बनाए गए इस कार्ड का दक्षिण अफ्रीका में सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है। अगले कुछ महीनों में कई और जगहों पर इसका परीक्षण किया जाएगा। फिर इसे अमेरिका, यूरोप के अलावा एशिया के देशों में भी जारी किया जाएगा।
इस कार्ड से उपभोक्ताओं को काफी फायदा होगा। न पिन याद रखने की झंझट होगी और न ही धोखाधड़ी का डर क्योंकि फिंगरप्रिंट स्कैनिंग तकनीक पर आधारित होने की वजह से आपके कार्ड का इस्तेमाल आपके अलावा कोई दूसरा नहीं कर पाएगा।
मास्टरकार्ड के एंटरप्राइज रिस्क एंड सेक्युरिटी विभाग के अध्यक्ष अजय भल्ला ने बताया कि अब उपभोक्ता बायोमेट्रिक लेनदेन को ज्यादा सुरक्षित मान रहे हैं। चाहे स्मार्टफोन को अनलॉक करना हो या फिर ऑनलाइन शॉपिंग करनी हो, बायोमेट्रिक पहचान अब बेहतर तकनीक साबित हो रही है। इस तकनीक का इस्तेमाल करके सुरक्षित भुगतान करना अब संभव हो गया है।