अफगानिस्तान में सुरक्षा बलों ने आतंकियों के दांत खट्टे कर दिए हैं। बीती रात सुरक्षा बलों ने आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए दो हमलों को विफल कर दिया। सेना द्वारा की गई कार्रवाई में 27 आतंकियों के मारे जाने की खबर है। वहीं अन्य 11 घायल हैं। साथ ही खबर है की एक इस कार्रवाई में एक सुरक्षाकर्मी भी शहीद हुआ है।
सेना ने दिया मुंहतोड़ जवाब
पुलिस के मुताबिक, सैकड़ों की तादाद में तालिबानी आतंकियों ने खान अबाद और अली अबाद पर हमला किया, जो की प्रांतीय राजधानी कुंदुज से कुछ ही दूरी पर है। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि अली अबाद से आतंकियों को खदेड़ दिया गया है और खान अबाद को दुश्मनों से खदेड़ने के कोशिश चल रही है।
खान आबाद में शनिवार सुबह छिटपुट झड़पें जारी रहीं क्योंकि आतंकवादी जवाबी कार्रवाई के दौरान नागरिक संपत्तियों को ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे थे। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आतंकवादियों ने खान अबाद पर नियंत्रण करने की कोशिश की, क्योंकि वो शनिवार की सुबह इलाके के मध्य क्षेत्रों में आगे बढ़े। इस दौरान सुरक्षाबलों ने उन्हें मुंह तोड़ जवाब दिया।
पिछले कुछ हफ़्तों में हजारों लोग हुए विस्थापित
दरअसल, मई के महिने में अफगानिस्तान से अमेरिका और नाटो की सेना द्वारा आधिकारिक वापसी की घोषणा के बाद से तालिबानी आतंकियों ने सिलसिलेवार हमले तेज कर दिए हैं। वो ज्यादातर प्रांतीय राजधानियों, जिलों और चेकपॉइंट्स को निशाना बना रहे हैं। पिछले कुछ हफ़्तों में हजारों की संख्या अफगानिस्तान के लोग विस्थापित हुए हैं।
अमेरिकी सैनिकों की वापसी का काम 11 सितंबर तक पूरा हो जाएगा
अफगानिस्तान से अंतरराष्ट्रीय सैनिकों की वापसी का काम 11 सितंबर तक पूरा हो जाएगा। पिछले दिनों अमेरिका के विदेश मंत्री टोनी ब्लिंकन ने कहा था कि अमेरिका सिर्फ अफगानिस्तान से अपने सैनिकों को वापस बुला रहा है।
वो अफगानिस्तान में अपनी मौजूदी खत्म नहीं कर रहा। अमेरिका आर्थिक और मानवीय सहायता देने के लिए अफगानिस्तान में एक मजबूत राजनयिक उपस्थिति बनाए रखेगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर अमेरिकी सैनिकों को सितम्बर तक अफगानिस्तान से वापस बुलाने का काम शुरू हो गया है। युद्ध प्रभावित देश से अभी तक उसके आधे सैनिक लौट भी आए हैं।