अमेरिका ने भले ही अफगानिस्तान से अपनी सेनाएं हटा ली हैं, लेकिन अफगान लोगों की मदद करने से वह अब भी पीछे नहीं हट रहा है। यह बात साबित होती है उस बिल से जिसे अमेरिकी संसद ने हाल ही में पास किया है। इसके तहत अफगानिस्तान के 8,000 लोगों के लिए खास वीजा जारी किया जाएगा। गुरुवार को अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स ने इस खास बिल को मंजूरी दी। यह वीजा उन अफगानी नागरिकों और उनके परिवारों को जारी किया जाएगा जिन्होंने अफगानिस्तान में रहने के दौरान अमेरिकी सैनिकों की अपनी जान पर खेलकर रक्षा की थी।
अफगानों ने काबुल में रैली कर मांगी थी सुरक्षा
गौरतलब है कि अमेरिकी सैनिकों के अफगानिस्तान छोड़ने की घोषणा के बाद काबुल में कई रैलियां हुई थीं। इस दौरान उन अफगानी नागरिकों ने अमेरिकी सेना से मदद मांगी थी, जिन्होंने पिछले बीस साल में तमाम मोर्चों पर अमेरिकी सेना के साथ काम किया था या उनकी मदद की थी। इसके बाद अमेरिका ने यह कदम उठाया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक बायपरटिजन बिल 16 के मुकाबले 407 वोटों से पास हो चुका है। अब सीनेट में इस पर विचार किया जाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं, वीजा प्रक्रिया में भी तेजी लाने की योजना है। डेमोक्रेट प्रतिनिधि जेसन क्रो ने इस बिल की वकालत करने वाले ग्रुप का प्रतिनिधित्व किया। उनके मुताबिक अतिरिक्त वीजा से उन सभी की मदद होगी जो जरूरतमंद हैं और जिन्होंने अप्लाई किया हुआ है।
मददगारों की मदद से नहीं हटेंगे पीछे
अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता नेड प्राइस के मुताबिक 2008 से अब तक 73 हजार से अधिक स्पेशल इमिग्रेंट वीजा जारी हो चुका है। यह सभी वीजा अफगानी लोगों और उनके परिवारों के लिए जारी हुए हैं। नेड प्राइस ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020 में करीब 8000 मूल आवेदकों, उनकी पत्नी और बच्चों के लिए स्पेशल इमिग्रेंट वीजा जारी किया गया। यह एक प्रोग्राम है, जिसका मकसद उन बहादुर अफगान लोगों की मदद करनी है, जिन्होंने पिछले कई मुश्किल वर्षों के दौरान अमेरिकी सरकार की मदद की है। यह पिछले करीब एक दशक से चल रहा है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी स्टेट सेक्रेट्री एंटनी ब्लिंकन के मुताबिक पिछले महीने करीब 18000 संभावित आवेदक थे। वहीं एक अन्य डेमोक्रेट प्रतिनिधि अर्ल ब्लमेनॉर ने कहाकि उन तमाम लोगों की सुरक्षा की पुष्टि करना बहुत जरूरी है, जिन्होंने बीते कई साल में अमेरिकी लोगों की मदद की है।