रेवती थाना क्षेत्र के पियरौटा गांव में शुक्रवार को सुबह 10 बजे विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। ससुरालीजन घाट पर शव को पेट्रोल छिड़क कर जला रहे थे कि सूचना पर पहुंची पुलिस को देख वह अधजले शव को छोड़ कर भाग निकले। मौके पर पहुंचे सदर तहसीलदार विनय कुमार सिंह एवं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा। मृतका की मां की तहरीर पर पति समेत सात लोगों के विरूद्ध दहेज हत्या समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर किया गया है।
रेवती थाना क्षेत्र के दीघार गांव निवासी स्व. अलगू गोंड की पुत्री आरती (25) की शादी वर्ष 2012 में थाना क्षेत्र के पियरौटा गांव निवासी अमित कुमार गोंड के साथ हुई थी। उसे दो बेटियां तीन वर्षीय अमृता, एक वर्षीय सपना हैं। मृतका की मां शांतिदेवी की तहरीर के अनुसार ससुरालवाले दहेज के लिए मेरी पुत्री को आए दिन प्रताड़ित करते रहते थे। शुक्रवार की सुबह करीब आठ बजे पुत्री ने फोन कर बताया कि मां मुझे आकर ले जाओ अन्यथा ये लोग मुझे जान से मार देंगे।
अभी मैं पुत्री को लाने के लिए किसी को भेजने वाली ही थी कि दरिंदों ने मेरी पुत्री को फांसी लगाकर मार डाला। इसके बाद साक्ष्य को छिपाने के उद्देश्य से बिना सूचना दिए ही गंगा घाट पर उसका अंतिम संस्कार करने पहुंच गए। लेकिन मौके पर सीओ बैरिया, रेवती, हल्दी पुलिस पहुंच गई। जिन्हें देख सभी आरोपी फरार हो गए। हालांकि मृतका का पति दिल्ली में है। बैरिया सीओ उमेश कुमार ने बताया कि विवाहिता की मां के तहरीर पर पति समेत सात लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया हैं।