बिहार में महंगाई की मार से परेशान लोगों को अब एक और झटका लगा है। दरअसल, बिजली की दरों में इजाफा किया गया है। बिहार विद्युत विनियामक आयोग (बीईआरसी) ने दरों में औसतन 0.63 फीसदी की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। एक अप्रैल से नई दरें लागू हो जाएंगी। हालांकि बिजली उपभोक्ताओं की सभी श्रेणियों के लिए मौजूदा निर्धारित चार्जेस में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। आयोग ने प्रीपेड स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए तीन फीसदी की छूट के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है।
पहले थे चार टैरिफ स्लैब
बीईआरसी ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए टैरिफ स्लैब की संख्या को मौजूदा चार से घटाकर अब तीन कर दिया है। 201 से 300 यूनिट और 301 या उससे ऊपर के स्लैब को मिला दिया गया है। अब इस स्लैब को 201 और उससे अधिक कर दिया गया है। वहीं देर से बिल का भुगतान करने वालों को हर महीने 1.5 फीसदी लेट पेमेंट सरचार्ज देना होगा।
एक अप्रैल से लागू होंगी नई दरें
बिजली टैरिफ को लेकर नया आदेश जीरो-सब्सिडी के आधार पर पारित किया गया है। इसका मतलब यह है कि राज्य सरकार की तरफ से सब्सिडी की घोषणा करने के बाद टैरिफ दर में कमी आ सकती है। वित्तीय वर्ष 2016-17 से शून्य-सब्सिडी टैरिफ की शुरुआत की गई थी। सब्सिडी पर राज्य सरकार 31 मार्च तक फैसला लेगी। वहीं एक अप्रैल से नई दरें लागू हो जाएंगी।
शहरी बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा इतना असर
सूत्रों के अनुसार नई दरें लागू होने के बाद शहरी घरेलू बिजली उपभोक्ताओं के लिए प्रति यूनिट बढ़ोतरी 5 से 35 पैसे के बीच होगी। पहले उन्हें 100 यूनिट के लिए 6.05 रुपये प्रति यूनिट की दर से भुगतान करना होता था। नई दरें लागू होने पर उन्हें 100 यूनिट के लिए 6.10 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से भुगतान करना होगा। 101 से 200 यूनिट के लिए 6.85 की बजाय 6.95 रुपये चुकाने होंगे। वहीं 201 से 300 यूनिट के लिए 7.70 की बजाय 8.05 रुपये प्रति यूनिट का भुगतान करना होगा। 300 से ऊपर की यूनिट के लिए 8.50 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से चुकाने होंगे।