नई दिल्ली। भारत सरकार ने भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) को लिखित आश्वासन दिया है कि दूसरे देशों के सभी पात्र खिलाड़ियों को देश में आयोजित होने वाली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी। इस तरह से भारत में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के निलंबन से जुड़ा मसला अब सुलझता दिखाई दे रहा है। इसके साथ ही अब पाकिस्तानी खिलाड़ी भी भारत में होने वाली अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले सकेंगे।
गौरतलब है फरवरी में भारत में हुए निशानेबाजी विश्व कप में भाग लेने के लिए पाकिस्तान के निशानेबाजों को वीजा नहीं दिया गया था, जिसके बाद आईओसी ने भारत में अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी से जुड़ी बातचीत को रद्द कर दिया गया था। इसके साथ ही ओलंपिक समिति ने कहा था कि जब तब भारत सरकार से लिखित आश्वासन नहीं मिलता, तब तक वह देश में ओलंपिक क्वालीफायर संबंधित प्रतियोगिताओं की मेजबानी नहीं करने देगा। इस संबंध में खेल सचिव राधेश्याम जुलानिया ने आईओए को पत्र लिख कर कहा है कि हर उस देश और राष्ट्रीय महासंघ को भारत में अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में हिस्सा लेने की अनुमति होगी जो आईओसी से मान्यता प्राप्त
आईओए के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा को केंद्रीय खेल सचिव जुलानिया ने लिखित बयान जारी कर कहा कि भारत आईओसी द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी राष्ट्रीय ओलंपिक समिति या अंतरराष्ट्रीय महासंघ से संबंधित किसी राष्ट्रीय संघ के सभी योग्य खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति देगा। भारत सरकार की नीति आईओसी के अंतर्गत भारत में आयोजित अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में सभी योग्य एथलीटों, खिलाड़ियों और अधिकारियों की भागीदारी का आश्वासन देती है।
पिछले साल भी भारत ने कोसोवो की मुक्केबाज डोंजेता सादिकु को दिल्ली में हुई विश्व महिला चैंपियनशिप में भाग लेने की अनुमति नहीं दी थी। क्योंकि भारत उस देश को मान्यता नहीं देता है। हालांकि, खेल सचिव ने कहा कि सरकार देश में खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस पत्र की एक प्रति आईओसी प्रमुख थॉमस बाक को भी भेजी गई जिसमें लिखा गया है कि भारत सरकार ने देश में खेलों के विकास और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं की मेजबानी को हमेशा उच्च प्राथमिकता दी है। आईओसी के सहयोग से हमारी सरकार की योजना लोगों की खेल क्षमताओं को बढ़ाने की है। यह ओलंपिक चार्टर के मूल्यों और सिद्धांतो पर आधारित है।