उनका काफिला नौसड़ से आगे बढ़ रहा था कि राजघाट पुल के करीब गायत्री विद्यापीठ के पास उनके एस्कॉर्ट के सामने अचानक एक शख्स आ गया। उसे बचाने के लिए चालक ने पावर ब्रेक लगाया। इसके बाद काफिले में पीछे चल रही गाड़ियां आपस में टकरा गई। इस दौरान पीछे गाड़ी में मौजूद मंत्री के हाथ में चोट लग गई। संयोग अच्छा था कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। काफिले में मंत्री के अलावा भी कई लोगों को हल्की चोटें आईं, जबकि कई गाड़ियां मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गईं।
डॉक्टर के मुताबिक मनोज सिन्हा के बाएं हाथ में फ्रैक्चर है। एसपी सिटी हेमराज मीणा ने बताया कि काफिले के आगे चल रही एस्कॉर्ट के सामने एक शख्स के आ जाने पर चालक ने पावर ब्रेक मारा, जिसके बाद पीछे की गाड़ियां आपस में टकरा गईं। रेल राज्यमंत्री का हाल जानने अस्पताल पहुंचे भाजपाई
सड़क हादसे में घायल रेल व दूरसंचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा के घायल होने की खबर सुनते ही अपोलो हॉस्पिटल पर भाजपा नेताओें की भारी भीड़ जुट गई। उधर, पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव मिश्र, डीएम संध्या तिवारी, एसएसपी रामलाल वर्मा ने भी अस्पताल पहुंचकर मंत्री के स्वास्थ्य की जानकारी ली।
सड़क हादसे के बाद मंत्री को पहले रेलवे गेस्ट हाउस ले जाया गया, जहां उन्होेंने बाएं हाथ में दर्द होने की बात बताई। गेस्ट हाउस में मौजूद सांसद शिव प्रताप शुक्ल, सांसद हरीश द्विवेदी, पंकज चौधरी मंत्री को साथ लेकर अपोलो हॉस्पिटल पहुंचे। मंत्री के घायल होने की सूचना तेजी से शहर में फैल गई और भारी संख्या में भाजपा नेता, रेलवे अधिकारी अस्पताल पहुंचने लगे।
अस्पताल पहुंचने वालों में एनईआर के सीपीआरओ संजय यादव, भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष उपेंद्र शुक्ल, मंत्री शिव पाठक, पूर्व विधायक बजरंग बहादुर सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, महानगर अध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव, भाजपा नेता नवीन श्रीवास्तव, अतुल कुमार भट्ट, प्रभाकर द्विवेदी, रत्नेश पांडेय, राधेश्याम रावत आदि शामिल थे।नौसढ़ पर कार्यकर्ताओं ने किया था स्वागत
सड़क हादसे के ठीक पहले नौसड़ चौराहे पर भाजयुमो महानगर अध्यक्ष रणजीत राय बड़े के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने रेल राज्यमंत्री का जोरदार स्वागत किया था। स्वागत के बाद ही मंत्री सरकारी गाड़ी की जगह एक नेता की गाड़ी में बैठ गए और रणजीत राय के साथ एक और युवक को गाड़ी में बैठा लिया था।