भारत के साथ सीमा पर चल रहे तनाव के बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पहली बार अरुणाचल प्रदेश के करीब स्थित तिब्बती सीमावर्ती शहर न्यिंगची का दौरा किया है। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शी बुधवार को न्यिंगची मेनलिंग हवाई अड्डे पर पहुंचे और स्थानीय लोगों और विभिन्न जातीय समूहों के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने ब्रह्मपुत्र नदी के बेसिन में निरीक्षण करने के लिए न्यांग नदी पुल का दौरा किया। न्यिंगची तिब्बत में एक प्रान्त स्तर का शहर है जो अरुणाचल प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है। चीन अरुणाचल प्रदेश पर दक्षिण तिब्बत के हिस्से के रूप में अपना दावा करता है, जिसे भारत ने हमेशा ही खारिज कर दिया है।
बता दें कि भारत-चीन सीमा विवाद में 3,488 किलोमीटर की वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) शामिल है। चीनी नेता समय-समय पर तिब्बत जाते हैं। लेकिन चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख शी, हाल के वर्षों में तिब्बत के सीमावर्ती शहर का दौरा करने वाले पहले शीर्ष नेता हैं।
न्यिंगची जून में उस समय चर्चा में आया था जब चीन ने तिब्बत में अपनी पहली बुलेट ट्रेन को पूरी तरह से चालू कर दिया था। यह ट्रेन तिब्बत की प्रांतीय राजधानी ल्हासा को निंगची से जोड़ती है। इसकी डिजाइन गति 160 किमी प्रति घंटा है और यह 435.5 किमी की दूरी तय करने वाली सिंगल-लाइन इलैक्ट्रिक रेलवे पर चलती है।
गौरतलब है कि चीनी राष्ट्रपति शी ने कुछ समय पहले ही कहा था कि नयी बुलेट रेल लाइन सीमा स्थिरता को सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाएगी। उनका इशारा भारत से लगी अरुणाचल सीमा की ओर था। न्यिंगची अरुणाचल के करीब स्थित तिब्बत का सीमाई नगर है। सिचुआन-तिब्बत रेलवे के 435.5 किलोमीटर लंबे ल्हासा-न्यिंगची खंड का एक जुलाई को सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के शताब्दी समारोहों से पहले उद्घाटन किया गया था।