मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर यूजर्स की जरूरतों के हिसाब से आमतौर पर नए-नए फीचर्स जारी किए जाते हैं. हालांकि कुछ फीचर्स के वॉट्सऐप में आने की चर्चा पिछले काफी दिनों से है, लेकिन अभी तक इन फीचर्स को जारी किए जाने के लिए कोई टाइमलाइन सामने नहीं आई है. यहां हमनें ऐसे ही कुछ टॉप 5 फीचर्स की लिस्ट बनाई है, जिन फीचर्स का वॉट्सऐप में आने का इंतजार किया जा रहा है।
पेमेंट फीचर:
चुनिंदा यूजर्स के साथ इस फीचर की टेस्टिंग वॉट्सऐप के बीटा मोड में लगभग एक साल से भी ज्यादा समय से की जा रही है। लेकिन भारत सरकार ने डेटा प्राइवेसी और सिक्योरिटी संबंधित चिंताओं के चलते वॉट्सऐप के पेमेंट फीचर को हरी झंडी नहीं दी है। सरकार चाहती है कि वॉट्सऐप पेमेंट से संबंधित सारे डेटा भारत के अंदर ही सर्वर्स में सेव हों. रिपोर्ट्स ऐसी भी हैं कि वॉट्सऐप एक रिपोर्ट तैयार कर रहा है जिसे रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को अप्रूवल के लिए सौंपा जाएगा। बहरहाल इस फीचर का इंतजार पिछले काफी दिनों से किया जा रहा है।
डार्क मोड:
वॉट्सऐप में इस फीचर के आने का भी इंतजार पिछले काफी दिनों से किया जा रहा है।कंपनी डार्क मोड फीचर पर पिछले साल से काम कर रही है। लेकिन अब तक इस फीचर को जारी किए जाने को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं है. डार्क मोड का फीचर दूसरे मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स पर काफी पहले से मौजूद है। ऐसे में अब फेसबुक को वॉट्सऐप के लिए भी डार्क मोड का फीचर जारी कर देना चाहिए।
क्विक एडिट मीडिया शॉर्टकट:
हाल ही में ऐसी रिपोर्ट्स आई थी कि वॉट्सऐप एक क्विक एडिट मीडिया शॉर्टकट नाम के फीचर पर काम कर रहा है। इसकी मदद से यूजर्स मैसेजिंग ऐप पर शेयर किए गए किसी मीडिया फाइल को ऐप में ही एडिट कर पाएंगे। इस फीचर का भी इंतजार काफी दिनों से किया जा रहा है।
फिंगरप्रिंट अनलॉक:
वॉट्सऐप में फिंगरप्रिंट अनलॉक फीचर को 2018 में ही दे दिया जाना चाहिए था। जबकि अब हमनें 2019 का भी आधा साल पूरा कर लिया है और इस फीचर को जारी किए जाने को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। फिंगरप्रिंट अनलॉक वॉट्सऐप के लिए एडिशनल सिक्योरिटी फीचर के तौर पर काम करेगा। ऐसे में इस फीचर के आने से आपको हर बार वॉट्ऐप ओपन करने से पहले फिंगरप्रिंट अनलॉक सिक्योरिटी लेयर से गुजरना होगा।
रैंकिंग ऑफ कॉन्टैक्ट्स:
कंपनी के इस फीचर की चर्चा पिछले काफी दिनों से थी, लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि कंपनी इस फीचर को भूल ही गई है। इस फीचर की खास बात ये है ये फीचर आपके कॉन्टैक्ट्स की ऑटोमैटिकली रैंकिंग करेगा। ये डिटेक्ट करेगा कि किन कॉन्टैक्ट्स से आप कितना बात करते हैं तो उसी तरह से कॉन्टैक्ट्स को रैंकिंग दी जाएगी।