मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार की देर शाम वाराणसी पहुंचे। मुख्यमंत्री समीक्षा बैठक के बाद विभिन्न परियोजनाओं का स्थालीय निरीक्षण कर काशी विश्वनाथ धाम जाएंगे। इसी क्रम में मुख्यमंत्री नवनिर्मित आशापुर आरओबी का भी निरीक्षण करेंगे। इस बीच पीडब्ल्यूडी की कार्यशैली सारनाथ क्षेत्र के लोगों में चर्चा का विषय बनी रही। मुख्यमंत्री इधर सर्किट हाउस में बैठक ले रहे थे और उधर सारनाथ स्थित पुराना आटीओ तिराहा से लेकर आशापुर आरओबी तक पीडब्ल्यूडी की ओर से सड़क के पैच वर्क का काम कराया जा रहा था। इसे लेकर लोगों का कहना था कि कमियां छिपाने का यह अच्छा तरीका है। कम से कम मुख्यमंत्री का वाहन हिचकोले नहीं खाएगा तो उन्हें भी लगेगा कि बनारस की सड़कें बहुत अच्छी हैं। वहीं, पीडब्ल्यूडी के अधिकारी चुप्पी साधे रहे।
तिलमापुर के पूर्व प्रधान को घर में किया गया नजरबंद
आशापुर आरओबी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर तिलमापुर के पूर्व प्रधान नागेश्वर मिश्रा ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने की घोषणा की थी। नागेश्वर का कहना है कि आरओबी के निर्माण कार्य में मानकों का उल्लंघन किया गया है। इसके साथ ही सर्विस रोड नहीं बनाई गई है। इसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। नागेश्वर मिश्रा के ज्ञापन सौंपने की बात की भनक सारनाथ थाने की पुलिस को पता लगी तो उन्हें नजरबंद कर दिया गया। इसके साथ ही उनके घर में पुलिस तैनात कर दी गई।
बीएचयू के छात्रों के हंगामे से पुलिस कर्मियों में मचा हड़कंप
शहर में मुख्यमंत्री की मौजूदगी के बीच बीएचयू परिसर में छात्रों ने आम तोड़ने के विवाद में हंगामा खड़ा कर दिया। छात्रों का कहना था कि यूनिवर्सिटी क्लब में आम तोड़ने पर उनके साथ प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों ने गालीगलौज कर हाथापाई की। इसके साथ ही छात्र बीएचयू गेट बंद करके धरने पर बैठ गए। यह सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। आनन फानन में लंका थाने के साथ ही भेलूपुर और मंडुवाडीह थाने की पुलिस बीएचयू गेट पहुंची। पुलिस की ओर से छात्रों को समझा बुझाकर शांत कराने का प्रयास किया जा रहा है।