भाजपा सांसद कौशल किशोर के बेटे आयुष पर हमले के मामले में उसकी पत्नी अंकिता ने फिर कई आरोप लगाए। उसने कहा कि मड़ियांव पुलिस उसे मंगलवार को रात भर थाने में बैठाए रही ओर उसकी एफआईआर तक नहीं लिखी। बुधवार सुबह चार बजे उसे घर जाने दिया गया। उसने आरोप लगाया कि यह सब कुछ सांसद के दबाव में किया जा रहा है। वहीं मड़ियांव पुलिस का कहना है कि अंकित खुद ही थाने पर रुकी हुई थी। उसके घर पर सुरक्षा दी जा चुकी है। वहीं एसीपी अलीगंज अखिलेश सिंह ने बताया कि अंकिता की तहरीर पर जांच की जा रही है। वहीं पुलिस ने यह भी कहा कि आयुष के सामने आने के बाद कई और बातें साफ होंगी।
आयुष ने तीन मार्च को अपने ऊपर गोली चलाने का आरोप लगाया था। उसने चंदन गुप्ता के खिलाफ एफआईआर करायी थी। पर, पड़ताल में हमले की बात झूठी निकली थी और सामने आया था कि उसने चंदन को फंसाने के लिए अपने साले आदर्श से खुद पर गोली चलवायी थी। यह मामला अभी चल ही रहा था कि मंगलवार को सोशल मीडिया पर आयुष, फिर अंकिता, चंदन और उसके बाद उसकी मां विधायक जयदेवी के वीडियो वायरल हुए थे। इसमें सबने एक दूसरे पर कई आरोप लगाए थे। इस दौरान ही अंकिता ने आयुष पर कई आरोप लगाते हुए मड़ियांव थाने में तहरीर दी थी। उसके सुरक्षा मांगने पर पुलिस ने उसे तुरन्त सुरक्षा उपलब्ध करा दी थी।
अंकिता ने बुधवार को आरोप लगाया कि सांसद के दबाव में पुलिस उसकी नहीं सुन रही है। पुलिस व प्रशासन सब उसके खिलाफ ही है। एसीपी अलीगंज ने बताया कि इस मामले में जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं यह भी दावा किया जा रहा है कि आयुष के समर्पण की अर्जी कोर्ट में पड़ते ही पुलिस सर्तक हो गई थी और वह काफी देर तक कोर्ट के इर्द-गिर्द आयुष की तलाश करती रही थी।