हाल ही में भगवान वाल्मीकि और उनको मानने वालों के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने के मामले में लुधियाना की एक अदालत ने राखी सावंत के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया। इसके बाद पुलिस की एक टीम राखी को गिरफ्तार करने के लिए लुधियाना से मुंबई रवाना हुई लेकिन वो खाली हाथ ही लौट आई।
बता दें कि लुधियाना की एक लोकल अदालत ने 9 मार्च को राखी के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया जिसके बाद दो पुलिस अफसर तुरंत मुंबई के लिए रवाना हो गए लेकिन जब वो राखी सावंत के पते पर पहुंचे तो अवाक रह गए। पता चला कि राखी उस पते पर रहती ही नहीं हैं।
उस पते पर रहने वाले लोगों से जब राखी के वहां रहने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राखी तो वहां कभी रहती ही नहीं थीं। ये सुनकर पुलिस अवाक रह गई। लेकिन उसके पास वापस लौटने के सिवाय कोई चारा नहीं बचा। अब इस केस की अगली सुनवाई 10 अप्रैल को होगी।
बता दें एडवोकेट नरिंदर आदिया ने जुलाई 2016 में धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में राखी सावंत के खिलाफ एक याचिका दाखिल की थी जिसमें कहा गया कि राखी ने भगवान वाल्मीकि और उनको मानने वालों के खिलाफ अपशब्द बोले थे।
पहले अदालत ने जमानती वारंट जारी किया था लेकिन राखी सावंत सामने नहीं आईं और अब राखी सावंत के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है।