अरब सागर से उठा चक्रवात भले ही महाराष्ट्र, गुजरात व आसपास के तटीय इलाकों में भारी नुकसान का कारण बन रहा है, लेकिन ये मैदानी इलाकों खासकर यूपी के जिलों में लोगों को गर्मी से राहत देने वाला साबित हो रहा है।
मौसम विज्ञानियों व भू विज्ञानियों का कहना है कि इससे होकर आ रही हवाएं प्रदेश के जिलों में बूंदाबांदी, बदली व गर्मी से राहत का कारण बनेंगी। वहीं मौसम विज्ञानी कहते हैं कि पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवात दोनों का मिलाजुला असर मौसम के बदलाव पर है।
लखनऊ विश्वविद्यालय में भू विज्ञान विभाग के प्रोफेसर ध्रुवसेन सिंह ने बताया कि चक्रवात की टेंडेसी होती है कि इसके आते और जाते समय बरसात होती है और अंधड़ भी आता है। जहां पर चक्रवात का केन्द्र होता है, वहां हवा की गति काफी तेज होने से नुकसान सबसे ज्यादा होता है। चक्रवात में चारों ओर से हवाएं अंदर की तरफ आ रही है, इसलिए केन्द्र के पास ये नुकसान कर रहा है।