इंदौर: मांगों पर अड़े और हड़ताल पर जाने वाले जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में भाजपा का छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भी आ गया है। अभाविप ने जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन का समर्थन करते हुए सरकार से उनकी मांगों पर जल्द निर्णय लेने की मांग रखी है। स्टायपेंड बढाने की मांग को सही करार देते हुए अभाविप ने सरकार को ज्ञापन भेजकर इसे बढाने की सिफारिश भी कर दी है। सत्ताधारी पार्टी से जुड़े छात्र संगठन के समर्थन में आने के बाद माना जा रहा है कि सरकार भी स्टायपेंड बढाने को लेकर बीच का रास्ता निकाला सकती है।
अभाविप ने कहा कि इस वैश्विक महामारी में देश कोरोना वायरस से युद्ध स्तर पर लड़ रहा है और समाज का हर वर्ग इस महामारी से पीड़ित है। सभी डॉक्टर भी पिछले एक वर्ष से अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना से संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे समय में जूनियर डाक्टर्स का अस्पतालों में ना होना समाज के लिए संकट उत्पन्न कर रहा है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का यह मत है कि प्रदेश सरकार जूनियर डाक्टर की उचित मांगों पर तत्काल प्रभाव से निर्णय ले।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मालवा प्रांत मंत्री घनश्याम सिंह चौहान, अभाविप के मैडिविजन के राष्ट्रीय संयोजक डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी ने कहा कि मध्य प्रदेश में जिस प्रकार से जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल चल रहीं है, वह चिंताजनक है। जूनियर डाक्टर्स के स्टाइपेंड बढ़ोतरी एवं डाक्टर्स की सुरक्षा जैसी जायज मांगों पर सरकार त्वरीतता से निर्णय ले। अभाविप प्रदेश सरकार से निवेदन करता है कि जूनियर डाक्टर्स कि उचित मांगों को प्राथमिकता से संज्ञान में लेकर तत्काल प्रभाव से पूरी करें। साथ ही अभाविप आंदोलनरत जूनियर डाक्टरों से भी अपील करता है की इस विषम परिस्थिति में आंदोलन का मार्ग छोड़ संवाद का रास्ता अपनाए।