बॉम्बे हाई कोर्ट में एक वकील को ज्यादा बोलना भारी पड़ गया।. कोर्ट के जज जस्टिस सारंग कोतवाल ने सोमवार को एक सुनवाई के दौरान वकील जोरदार फटकार लगाई। दरअसल कोरोना काल में कई सुनवाई ऑनलाइन हो रही है। ऐसी ही एक सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान हो रही थी और वकील अपना माइक ऑफ करना भूल गए। वकील ने कहा, “देखिए कोर्ट की सनुवाई में कितनी भीड़ है” फिर क्या था जज साहब ने यह बात सुन ली तो अपनी सहयोगी से पता लगाने के लिए कहा कि यह बयान किसने दिया।
असल में उस समय कोर्ट रूम के भीतर कुछ सरकारी वकील, कुछ पुलिस हवलदार और व्यक्तिगत रूप से एक पक्ष मौजूद था। सुनवाई वीडियो कॉल के जरिए हो रही थी। उसी दौरान वकील का यह बयान आया जिससे जज खफा हो गए। बाद में पता चला कि जिस वकील ने बयान दिया वह लॉग आउट हो चुके हैं और उनकी जगह दूसरे वकील पेश हुए हैं।
जस्टिस कोतवाल ने उसी वकील को मौजूद होने के लिए कहा। बड़ी मशक्कत के बाद वकील को वीडियो कॉनफ्रेंस में बुलाया गया। वापस आकर वकील ने जज से माफी मांगी लेकिन जज साहब ने माफी स्वीकार करने से इनकार कर दिया। जज कोतवाल ने कहा, मेरी अदालत में किसी अनुमति देनी है, किसे कॉल करना है यह मेरा अधिकार है, कानूनी ज्ञान के अलावा आपको आचरण, शिष्टाचार, कोर्ट को कैसे संबोधित करना है, यह सीखने की जरूरत है।” न्यायधीश कोतवाल ने वकील से कहा कि उन्हें अपने सहयोगियों से आचरण, शिष्टाचार सीखने की जरूरत है और यह भी सीखने की जरूरत है कि कोर्ट को कैसे संबोधित किया जाए।जज ने कहा, कि यदि आप व्यवस्था का सम्मान नहीं करते हैं, तो आपको कोई सम्मान नहीं मिलेगा।” अंत में वकील ने फिर माफी मांगी लेकिन जस्टिस कोतवाल ने वकील को माफ नहीं किया और वीडियो कॉन्फ्रेंस से बाहर कर दिया।